100 साल पहले वाराणसी से चोरी हुई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति कनाडा से भारत वापस ले गई। सरकार के प्रयासों के कारण ही मां अन्नपूर्णा की मूर्ति वापस भारत आ गई है। यह मूर्ति आज, 11 नवंबर को उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपी गयी। वापस लायी गयी मूर्ति में मां अन्नपूर्णा के एक हाथ में खीर की कटोरी और दूसरे हाथ में चम्मच है।
ऐसा बताया जा रहा है कि यह मूर्ति 1913 में काशी के एक घाट से चुरा ली गई थी, जिसे कनाडा ले जाया गया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस मूर्ति को कनाडा के एक विश्वविद्यालय में रखा गया था। जिसे सरकार की कोशिशों के बाद भारत ले आया गया है। आपको बता दें कि मां अन्नापूर्णा की इस प्राचीन मूर्ति को 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित किया जाएगा। मूर्ति को स्थापित करने से पहले इसे 4 दिनों तक 18 जिलों में दर्शन के लिए घुमाया जाएगा।
माँ अन्नपूर्णा की यह प्राचीन मूर्ति इन जगहों पर दर्शन के लिए जाएगी
11 नवंबर – मोहन मंदिर गाजियाबाद, दादरी नगर शिव मंदिर गौतमबुद्ध नगर, दुर्गा शक्ति पीठ खुर्जा, बुलंदशहर, रामलीला मैदान अलीगढ़, हनुमान चौकी, हाथरस, सोरों और कासगंज।
12 नवंबर – जनता दुर्गा मंदिर एटा, लखोरा, मैनपुरी, मां अन्नपूर्णा मंदिर तिर्वा, कन्नौज, पटकापुर मंदिर कानपुर।
13 नवंबर – झंडेश्वर मंदिर उन्नाव, दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर लखनऊ, भिटरिया बाईपास बाराबंकी, हनुमान गढ़ी अयोध्या।
14 नवंबर – दुर्गा मंदिर कस्बा केएनआईटी, मीनाक्षी मंदिर प्रतापगढ़, दौलतिया मंदिर जौनपुर, बाबतपुर चौराहा और शिवपुर चौक वाराणसी।
15 नवंबर – काशी विश्वनाथ धाम में मूर्ति स्थापना।