डॉल्फिन के संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए पर्यावरण मंत्रालय ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब हर साल 5 अक्टूबर को “राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस” (National Dolphin Day) के रूप में मनाया जाएगा। राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (National Board of Wildlife) की स्थायी समिति की 67वीं बैठक में यह फैसला लिया गया। स्थायी समिति ने वन्यजीव मंजूरी के 46 प्रस्तावों पर भी विचार किया।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव (Bhupender Yadav) ने ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए लिखा, “यह बताते हुए खुशी हो रही है कि राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की स्थायी समिति ने अपनी 67वीं बैठक में निर्णय लिया है कि इस वर्ष से 5 अक्टूबर को राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस इंडिकेटर प्रजाति के संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करना और सामुदायिक भागीदारी अनिवार्य है।”
भारत में ज्यादातर गांगेय डॉल्फिन, डॉल्फिन की मीठे पानी की एक प्रजाति है और यह असम, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में लंबी गहरी नदी में देखी जाती है। गंगा नदी की डॉल्फिन को 2010 में राष्ट्रीय जलीय प्रजाति घोषित किया गया था। बता दें की मंत्रालय डॉल्फिन और उसके निवास के संरक्षण के लिए कई गतिविधियां संचालित कर रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत में गांगेय डॉल्फिन (Gangetic Dolphin) की संख्या 3,700 है।