भारतीय रिजर्व बैंक ने जहां एक तरफ अपने ग्राहकों को बेसिक पॉइंट में बढ़ोतरी कर झटका दिया है तो वहीं दूसरी ओर एक बड़ी राहत भी दी है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.50 बेसिक प्वाइंट बढ़ाकर उसे 4.90 बेसिक प्वाइंट कर दिया है जिससे लोन धारकों या लोन लेने वालों की जेब पर बड़ा असर पड़ने वाला है। लेकिन दूसरी ओर आरबीआई ने क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से जोड़ने का ऐलान भी किया है।
आरबीआई ने क्रेडिट कार्ड को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई से जोड़ने का फैसला लिया है। इसकी शुरुआत रुपे क्रेडिट कार्ड से की गई है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज यूपीआई (UPI) के माध्यम से रुपए क्रेडिट कार्ड (Rupay Credit Card) से भुगतान की अनुमति दे दी है। जिसकी घोषणा शक्तिकांत दास (RBI Governor Dhaktikant Das) ने मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू प्रेस कॉन्फ्रेंस (monetary policy review press conference) में की। मालूम हो, यूपीआई यूजर्स डेबिट कार्ड के माध्यम से सेविंग या करंट अकाउंट को जोड़कर लेन-देन की सुविधा प्रदान करता है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गवर्नर ने बताया नई व्यवस्था से ग्राहकों को यूपीआई प्लेटफार्म के माध्यम से भुगतान करने में अधिक अवसर और सुविधा मिलने की उम्मीद है। वर्तमान में 26 करोड़ से अधिक यूजर और 5 करोड़ कारोबारी यूपीआई प्लेटफार्म पर शामिल है। केवल मई महीने में यूपी के माध्यम से 10.40 लाख करोड़ रुपए के 594.63 करोड़ लेनदेन किए गए थे। जिसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
RBI द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण फैसले :
- रेपो रेट को 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.9 प्रतिशत किया गया। पांच सप्ताह में यह रेपो दर में दूसरी बढ़ोतरी है।
- चालू वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति का अनुमान 5.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत किया गया।
- 2022-23 के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 7.2 प्रतिशत पर बरकरार।
- क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से जोड़ा जाएगा। रूपे क्रेडिट कार्ड पहले जुड़ेंगे।
- ग्रामीण सहकारी बैंकों को वाणिज्यिक रियल एस्टेट क्षेत्र को कर्ज देने की अनुमति।
- शहरी सहकारी बैंक घर के दरवाजे पर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा सकेंगे।
- इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से नियमित अंतराल पर जरूरी सेवाओं के लिये खुद-ब-खुद होने वाले भुगतान को 5,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये किया गया।