भारतीय रेलवे (Indian Railways) देश के रेल ढांचे को लगातार मजबूत कर रहा है और इस प्रक्रिया में इतिहास रच दिया है। बिहार (Bihar) में रेलवे ने विकास का नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना ‘ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रंट कोरिडोर’ (Eastern Dedicated Freight Corridor Operation) का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। ऐसे में डेहरी के सोन (Son) नदी पर बने रेल पुल पर एक साथ पांच ट्रेनों का परिचालन कर रेलवे ने विकास की नई रेखा खींच दी है। यह अपने आप एक रिकॉर्ड है।
हालांकि यह ब्रिज एक साथ 6 ट्रेनों को हैंडल कर सकता है, लेकिन ट्रायल में 5 ट्रेनों का संचालन किया गया। यह परीक्षण सफल साबित हुए। ट्रेन चलाने की पहल करने वाला यह स्टेशन गया-पंडित दीनदयाल उपाध्याय (Gaya-Pandit Deendayal Upadhyay) रेलवे स्टेशन था। तमाम तकनीकी बाधा दूर करते हुए जब एक साथ पांच ट्रेनें गुजरी तो सभी देखते रह गए। ट्रेन के परिचालन के बाद इसका वीडियो रेलवे ने अपने ट्विटर अकाउंट पर डाला।
इसका निर्माण कार्य केंद्र सरकार की पहल ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के तहत किया गया है। यह ट्रेन साहनेवाल से पश्चिम बंगाल तक जाएगी। यह कॉरिडोर पश्चिमी कॉरिडोर के माध्यम से 1504 किमी और फिर स्टैंड कॉरिडोर के माध्यम से 1856 किमी की दूरी तय करेगा।