अगर हमें एक शहर से दूसरे शहर जाना हो तो हम बस या फिर ट्रेन प्रेफर करते हैं। वैसे तो हवाई जहाज से भी उड़ान भरना एक अच्छा ऑप्शन है पर ये थोड़ा महंगा पर जाता है। भारत में हर राज्य की अपनी ही एक अलग संस्कृति है और इसे रिप्रेजेंट करने का भी एक अलग तरीका। पर क्या आपको पता है की उत्तराखंड के एयरपोर्ट पर बने आर्ट वर्क ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया है। दरअसल, देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट में बने आर्ट वर्क ने लंदन के world book of records में अपना नाम दर्ज किया है। इसके साथ ही इस एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल का उद्घाटन किया गया है।
अगर आप देहरादून के एयरपोर्ट से यात्रा कर रहे हैं और आपको बेहतर सुविधाएँ चाहिए तो आपकी ये ख्वाहिश पूरी हुई क्योंकि यहाँ पर नए टर्मिनल का उद्घाटन हुआ है। इस बिल्डिंग के बनने से देहरादून की पैसंजर को हैंडल करने की कैपेसिटी 5 गुना ज़्यादा बढ़ गयी है। पहले इस एयरपोर्ट की कैपेसिटी हर घंटा 250 पैसंजर हैंडल करने की थी जो अब बढ़कर 1200 पैसंजर हर घंटा हो गया है। इसका मतलब है की एक वर्ष में करीब में 24 लाख यात्री यहां से उड़ान भर पाएंगे।
अगर आप इस नए टर्मिनल बिल्डिंग के खूबसूरती को निहारेंगे तो आपको उत्तराखंड की संस्कृति की एक झलक देखने को मिलेगी। यहाँ किया गया आर्ट वर्क लोकल कल्चर से इंस्पायर्ड है। यही नहीं, इसका नाम लंदन के world book of records में सबसे बड़ा वर्ल्ड आर्ट म्यूरल बनाने की लिस्ट में दर्ज हुआ है। यहाँ म्यूरल का मतलब दिवार पर की गयी पेंटिंग है।
इस पेंटिंग में बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ-साथ हेमकुंड साहेब, हरिद्वार और ऋषिकेश जैसे उत्तराखंड की संस्कृति को दिखाया गया है। अगर लंबाई की बात करें तो ये आर्ट वर्क 83m तक फैला हुआ है। तीन सौ पच्चीस करोड़ की लागत से बने नए टर्मिनल से हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को आसानी होगी। पुरानी टर्मिनल बिल्डिंग में जहाँ 11 चेकिंग काउंटर थे तो वहीं अब चेकिंग काउंटर बढ़कर 36 हो गए हैं। इस नई बिल्डिंग में एयरोब्रिज लिफ्ट भी लगाई गयी है।
बीते कुछ सालों में देश के दूसरे शहरों से उत्तराखंड की एयर कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। इस एयरपोर्ट का विस्तार होने से एयरपोर्ट पर फ्लाइट की संख्या भी बढ़ेगी। इस बिडलिंग के बनने के साथ ही 7 रुट में हेलीकाप्टर सर्विस भी शुरू कर दिया गया है। अगर हम हेलीसेवा की रुट की बात करें तो देहरादून से हल्द्वानी, देहरादून से श्रीनगर, देहरादून से पिथौरागढ़, पंतनगर से पिथौरागढ़, देहरादून से गौचर के लिए सेवा शुरू की गयी है। वहीं, हेरीटेज की ओर से सहस्रधारा से चिन्यालीसौड़, सहस्रधारा से गौचर के लिए हेलीसेवा शुरू की गई हैं।
देवभूमि उत्तराखंड, चार धाम की यात्रा के लिए फेमस है। लोग दूर-दूर से भगवान के दर्शन करने और मोक्ष की प्राप्ति करने के लिए आते हैं। इस एयरपोर्ट के बनने से लोगों को कई सारी सुविधाएँ तो मिलेंगीं हीं साथ ही रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।