देश की राजधानी दिल्ली में लगा 6 दिन का मिनी लॉकडाउन, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की L.G के साथ बैठक में हुआ फैसला देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से हालत काफी गंभीर हो चुकी है। एक तरफ आये दिन कोरोना के मामले बढ़ रहे है।वही दूसरी तरफ अस्पतालों में ऑक्सीजन और दवाओं की कमी से लोग परेशान है। राजधानी में संक्रमण दर 30 फीसदी तक पहुच गयी है। आंकड़े देखें तो अन्य राज्यों के मुकाबले दिल्लीवाले सबसे तेज गति से संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इसी के मद्देनज़र आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्य सचिव विजय देव के साथ अहम बैठक की। बैठक में दिल्ली में 6 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया। । मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में अब जगह नहीं बच पा रही है। स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा जाएं और कोई भयावह त्रासदी का सामना करना पड़े, इससे पहले हमें कड़े कदम उठाने होंगे। मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच हुई इस मीटिंग में कई उच्चस्तरीय अधिकारी भी शामिल रहे। इस मीटिंग में दिल्ली में अगले सात दिनों तक चौबीसो घंटे कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया है। बहरहाल, सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीटिंग के बाद अपने संबोधन में क्या कहा, जान लीजिये …
- रात 10 बजे से अगले सोमवार को सुबह 5 बजे तक छह दिन के लिए दिल्ली में लॉकडाउन लगाया जा रहा है। इस दौरान अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी। 50 लोगों के साथ शादियां भी हो सकेंगी। हमारी गुजारिश है कि लॉकडाउन का पूरा पालन करें, घर से बाहर नहीं निकलें। आपने हर बार मेरी अपील मानी है, पूरी उम्मीद है कि इस बार भी हमारा साथ देंगे।
- प्रति 10 लाख टेस्ट के लिहाज से तुलना की जाए तो दिल्ली में शायद दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। हमने न नए कोरोना केस के आंकड़े कम करके बताए और न ही मौतों को कम करके बताया। हमने ईमानदारी से सारी बातें बताईं, इस कारण आपने हमारा भरपूर साथ दिया।
- तीन-चार दिनों से 25 हजार के आपास केस आ रहे हैं। पॉजिटिविटी रेट बढ़ गया है। दिल्ली में बेड की भारी कमी हो गई है, आइसीयू बेड्स लगभग खत्म हो गए हैं, ऑक्सिजन भी खत्म होने की स्थिति पैदा हो रही है। दवाइयों की भी कमी हो रही है, खासकर रेमडेसिविर की। ये सब हम आपको डराने के लिए नहीं बताए। हमें आगे क्या करना होगा, इसकी चर्चा के लिए हमने ये बातें बताईं।
- अगर 25-25 हजार केस आते रहे तो कोई भी सिस्टम कॉलेप्स कर जाएगा। अगर अब हमने कड़े कदम नहीं उठाए तो हमारे अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा जाएगी। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अभी सिस्टम कॉलेप्स कर गया है, लेकिन अगर कदम नहीं उठाए तो यह हो जाएगा।
- छह दिन का बहुत छोटा लॉकडाउन लगा रहे हैं। प्रवासी मजदूरों से अपील है कि वो दिल्ली छोड़कर नहीं जाएं। हम उनकी हरसंभव कोशिश करेंगे।
देश की राजधानी दिल्ली में लगा 6 दिन का मिनी लॉकडाउन, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की L.G के साथ बैठक में हुआ फैसला देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से हालत काफी गंभीर हो चुकी है। एक तरफ आये दिन कोरोना के मामले बढ़ रहे है।वही दूसरी तरफ अस्पतालों में ऑक्सीजन और दवाओं की कमी से लोग परेशान है। राजधानी में संक्रमण दर 30 फीसदी तक पहुच गयी है। आंकड़े देखें तो अन्य राज्यों के मुकाबले दिल्लीवाले सबसे तेज गति से संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इसी के मद्देनज़र आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्य सचिव विजय देव के साथ अहम बैठक की। बैठक में दिल्ली में 6 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया। । मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में अब जगह नहीं बच पा रही है। स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा जाएं और कोई भयावह त्रासदी का सामना करना पड़े, इससे पहले हमें कड़े कदम उठाने होंगे। मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच हुई इस मीटिंग में कई उच्चस्तरीय अधिकारी भी शामिल रहे। इस मीटिंग में दिल्ली में अगले सात दिनों तक चौबीसो घंटे कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया है। बहरहाल, सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीटिंग के बाद अपने संबोधन में क्या कहा, जान लीजिये …
- रात 10 बजे से अगले सोमवार को सुबह 5 बजे तक छह दिन के लिए दिल्ली में लॉकडाउन लगाया जा रहा है। इस दौरान अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी। 50 लोगों के साथ शादियां भी हो सकेंगी। हमारी गुजारिश है कि लॉकडाउन का पूरा पालन करें, घर से बाहर नहीं निकलें। आपने हर बार मेरी अपील मानी है, पूरी उम्मीद है कि इस बार भी हमारा साथ देंगे।
- प्रति 10 लाख टेस्ट के लिहाज से तुलना की जाए तो दिल्ली में शायद दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। हमने न नए कोरोना केस के आंकड़े कम करके बताए और न ही मौतों को कम करके बताया। हमने ईमानदारी से सारी बातें बताईं, इस कारण आपने हमारा भरपूर साथ दिया।
- तीन-चार दिनों से 25 हजार के आपास केस आ रहे हैं। पॉजिटिविटी रेट बढ़ गया है। दिल्ली में बेड की भारी कमी हो गई है, आइसीयू बेड्स लगभग खत्म हो गए हैं, ऑक्सिजन भी खत्म होने की स्थिति पैदा हो रही है। दवाइयों की भी कमी हो रही है, खासकर रेमडेसिविर की। ये सब हम आपको डराने के लिए नहीं बताए। हमें आगे क्या करना होगा, इसकी चर्चा के लिए हमने ये बातें बताईं।
- अगर 25-25 हजार केस आते रहे तो कोई भी सिस्टम कॉलेप्स कर जाएगा। अगर अब हमने कड़े कदम नहीं उठाए तो हमारे अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा जाएगी। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अभी सिस्टम कॉलेप्स कर गया है, लेकिन अगर कदम नहीं उठाए तो यह हो जाएगा।
- छह दिन का बहुत छोटा लॉकडाउन लगा रहे हैं। प्रवासी मजदूरों से अपील है कि वो दिल्ली छोड़कर नहीं जाएं। हम उनकी हरसंभव कोशिश करेंगे।