unity day

भारत को मिली आज़ादी के बाद भी जब सब कुछ बिखरने सा लगा था तब इस देश की एकता को बनाये रखने के लिए एक भारतीय ने अहम भूमिका निभाई थी। आजादी के बाद देश को राष्ट्रीयता के एक सूत्र में पिरोने में “भारत के लौह पुरुष” ने अनेकों प्रयास किये, जो की सफल भी हुए। दरअसल, उन्होंने 560 रियासतों को भारत संघ में एकीकृत करने में अहम भूमिका निभाई थी। आज भारत के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की 146वीं जयंती है। हर साल 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती के दिन “राष्ट्रीय एकता दिवस” यानी की National Unity Day के रूप में मनाया जाता है।

इस दिन से जुड़ी कुछ खास बातें

➤2014 में सरकार ने घोषणा की कि 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
➤सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था।
➤लंदन जाकर उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई की और वापस आकर अहमदाबाद में वकालत करने लगे थे।
➤स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा संघर्ष में था। उन्होंने 1928 में हुए बारदोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफल नेतृत्त्व भी किया।
➤भारत छोड़ो आंदोलन को बढ़ावा देते हुए 1934 और 1937 में चुनावों के लिए पार्टी का आयोजन करते हुए उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 49वें अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।
➤पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के आजीवन सदस्य थे और उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
➤वल्लभभाई पटेल को स्वतंत्रता और उससे आगे के संघर्ष के माध्यम से देश का नेतृत्व करने में उनके नेतृत्व कौशल के लिए “सरदार” करार दिया गया था, और विशेष रूप से रियासतों के एकीकरण और 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान।
➤महात्मा गांधी ने सरदार पटेल को लौह पुरुष की उपाधि दी थी।
➤सरदार पटेल ने ब्रिटिश आधिपत्य से मुक्त हुई 565 रियासतों में से लगभग हर एक को भारत संघ में शामिल होने के लिए राजी करने की अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल की।
➤राष्ट्र को एकजुट करने के लिए सरदार पटेल के किए प्रयासों को स्वीकार करने के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।
➤सरदार पटेल जी का निधन 15 दिसंबर, 1950 को मुंबई में हुआ था।
➤1991 में सरदार पटेल को मरणोपरान्त ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था।
➤2018 में पटेल की जयंती पर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया, जिसे ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ (Statue of Unity) कहा जाता है।
➤यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है। यह केवड़िया में नर्मदा नदी के तट पर सरदार सरोवर बांध के सामने स्थित है।