साल 2010 में आमिर खान और किरण राव के प्रोडक्शन हाउस से एक फिल्म आई थी। जिसका नाम था ‘पीपली लाइव।’ फिल्म बॉक्सऑफिस पर भले उतनी नहीं चली लेकिन इस फिल्म के एक गाने को आज भी लोग खूब गाते हैं। और आज तो ये गाना हर मिडिल क्लास फैमिली के घर में बैकग्राउंड में चल रहा होगा। जिसके बोल है ‘सखी सैयां तोह खूब ही कमात है, मेहंगाई डायन खाए जात है।’
आज है 18 जुलाई, सावन का पहला सोमवार। लेकिन आज से आम लोगो की जेब पर महंगाई की एक और मार पड़ी है। क्योंकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज से घर में use होने वाले आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर जीएसटी बढ़ा दी है। तो चलिए जानते हैं कि आज से क्या क्या चीजें आम आदमी के जेबों पर भारी पड़ेगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले हफ्ते ही ये ऐलान कर दिया था कि आने वाले अगले हफ्ते यानि 18 जुलाई से GST दरों को बढ़ा दिया जायेगा। वित्त मंत्रालय के इस बड़े फैसले के बाद आम आदमी को आज से घरेलू सामानों, बैंक सेवाओं, अस्पतालों और होटलों के लिए पहले से और अधिक भुगतान करना पड़ेगा। यानि आज से उनकी जेब और हल्की होगी। यानि महंगाई डायन आम लोगों पर और हावी होने वाली है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुए 47वे जीएसटी बैठक में ये निर्णय लिया गया कि सोमवार, 18 जुलाई 2022 से कुछ घरेलू उत्पादों और सेवाओं पर जीएसटी दरों को बढ़ाया जायेगा। जिसके बाद आज से जरूरत की तमाम वस्तुओं (Daily Essential Items) के दाम बढ़ गए हैं। रोजमर्रा की वस्तुएं जैसे दही, लस्सी, चावल, पनीर सहित कई अन्य चीजों की कीमतें आज से बढ़ गयी है।
प्री-पैक फूड आइटम जैसे दूध के पैक प्रोडक्ट- दही, लस्सी, पनीर और छाछ की कीमतें बढ़ जाएंगी। मछली और मिट के रेट में भी इजाफा होगा। सरकार इन प्रोडक्टस पर 5 फीसदी की दर से GST वसूलेगी। पहले ये वस्तुएं GST के दायरे से बाहर थीं। इन प्रोडक्टस को पहली बार GST के दायरे में शामिल किया गया। GST काउंसिल ने टेट्रा पैक वाले दही, लस्सी और बटर मिल्क पर 5 फीसदी GST लगाने का फैसला किया था।
इसके साथ ही अस्पतालों में इलाज भी और महंगे हो गए हैं। मंत्रालय के फैसले के अनुसार आज से अस्पताल में इलाज के लिए अब लोगों को और अधिक पैसे खर्च करने होंगे। आईसीयू के बाहर अस्पतालों के ऐसे कमरे, जिनका एक दिन का किराया मरीज के लिए 5000 रुपये से अधिक है, वैसे किराये पर अब सरकार 5 फीसदी की दर से GST वसूलेगी। पहले अस्पतालों के ऐसे कमरों पर GST की दरें नहीं लागू थीं।
वहीं 1000 रुपये किराया वाले होटल के कमरों पर भी आपको GST देना पड़ेगा। अभी तक 1000 रुपये तक के कमरे GST के दायरे से बाहर थे। इन पर अब 12 फीसदी की दर से GST लगेगा।
साथ ही सोलर वॉटर हीटर- जिस हीटर पर पहले GST की दरें 5 फीसदी थीं, अब वो दरें बढ़कर 12 फीसदी हो गई हैं। इसके अलावा एलईडी लाइट्स और लैंप के ऊपर लगने वाले 12 फीसदी GST को बढ़ाकर 18 फीसदी कर दिया है। जिससे इनकी कीमतें भी बढ़एंगी। इस महंगाई की मार बच्चों के बस्ते पर भी पड़ी है। क्योंकि स्टेशनरी के सामान को भी 18 फीसदी वाले टैक्स ब्रैकेट में रख दिया गया है। ब्लेड, पेपर, कैंची, पेंसिल, शार्पनर जैसी चीजों पर सरकार ने GST को बढ़ा दिया है। जिस पर हले 12 फीसदी GST लगता था ान उन चीज़ों पर 18 फीसदी GST चुकाना पड़ेगा।
ये महंगाई यहीं खत्म नहीं हो रही। अब से बैंकों में भी आपकी जेब हल्की होगी। क्योंकि चेक बुक जारी किए जाने पर बैंकों की तरफ से ली जाने वाली फीस पर अब 18 फीसदी GST वसूली जाएगी।
इन चीजों पर कम हुई GST
ये तो रहे बढ़ते GST दरों की जानकारी। अब ये जानते हैं कि किन किन चीजों पर GST दरों में छूठ मिल रही है। 47वे जीएसटी बैठक में लिए गए फैसलों के मुताबिक रोपवे के जरिए यात्रियों और सामानों को लेकर आने-जाने पर GST दर 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। इसके अलावा स्प्लिंट्स और अन्य फ्रैक्चर उपकरण, शरीर के artificial parts, बॉडी इंप्लाट्स, इंट्रा ओक्यूलर लेंस जैसी चीज़ों पर GST की दरें कम करते हुए अब से इनपर 5 फीसदी GST लगेगा।
इसके अलावे डिफेंस फोर्सेज के लिए इंपोर्ट की जाने वाली कुछ खास चीजों पर GST नहीं लगेगी। सरकार ने उन ऑपरेटर्स के लिए माल ढुलाई के किराए पर लगने वाले GST को 18 फीसदी से घटाकर 12 फीसदी कर दिया है। जहां फ्यूल की लागत को जोड़ा जाता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुए 47वे जीएसटी बैठक में GST काउंसिल ने कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों पर GST लगाने का फैसला किया, जिन्हें इस टैक्स स्लैब से बाहर रखा गया था। महंगाई की इस दौड़ में जहां गैस सिलेंडर, पेट्रोल जैसी बेसिक जरूरत वाली चीज़ें पहले से महंगी थी वहां सरकार की तरफ से GST दरों का बढ़ना आम लोगों की जेब पर महंगाई की ये एक और मार है।