झारखंड के देवघर स्थित त्रिकुट पर्वत पर 30 केबिन वाले रोप-वे की 18 ट्रालियों में फंसे लोगों को सकुशल निकाला गया। इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई। प्रधान मंत्रीकार्यालय (पीएमओ) ने जानकारी दी है कि बुधवार शाम आठ बजे पीएम नरेंद्र मोदी देवघर (झारखंड) में भारतीय वायुसेना, भारतीय सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, स्थानीय प्रशासन और नागरिक समाज के कर्मियों के साथ बातचीत करेंगे, जो बचाव कार्यों में शामिल थे।
देवघर में त्रिकुट पहाड़ियों पर रविवार को रोपवे की ट्रॉलियां टकराने के कारण हुए हादसे के बाद 60 से अधिक पर्यटक 46 घंटे से अधिक समय तक केबल कारों में फंसे रहे थे।इन पर्यटकों को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना, सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), एनडीआरएफ और जिला प्रशासन के संयुक्त दलों ने अभियान चलाया था।
उधर, केंद्र सरकार ने देवघर रोपवे हादसे को देखते हुए मंगलवार को सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे प्रत्येक रोपवे प्रोजेक्ट की सुरक्षा आडिट करें। इसके साथ ही उसने ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं लागू करने को भी कहा है।