बिहार में नई नवेली सरकार के रूप में पिछले दिनों 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद सबकी निगाहें महागठबंधन के मंत्रियों पर बनी हुई थी। कि किस नेता को कौन सा मंत्रिपद मिलेगा और किस पार्टी के पलड़े में ज्यादा नेता होंगे। इस दौर में केवल जदयू और राजद के नेता थे। क्योंकि कांग्रेस, हम और बाकि पार्टी के विधायकों की संख्या काफी कम थी। लेकिन अब यह साफ हो चूका है कि बिहार की सबसे बड़ी पार्टी होने के साथ ही बिहार कैबिनेट में भी राजद का दबदबा रहने वाला है। तेजस्वी भले ही डिप्टी सीएम हैं लेकिन कई अहम मंत्री पद उनके पलड़े में जाने की बातें हो रही है।
आज 16 अगस्त को राजधानी पटना स्थित राजभवन में महागठबंधन की सरकार के 31 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। 31 मंत्रियो में से सबसे अधिक 16 मंत्री आरजेडी से रहें। जबकि जेडीयू कोटे से 11, कांग्रेस से 2 और निर्दलीय तथा हम पार्टी से एक-एक विधायक शामिल हुए हैं। नीतीश सरकार के नेतृत्व वाले इस महागठबंधन की सरकार में अगर जाति के आधार पर देखें तो सबसे अधिक यादवों को मंत्री पद मिले हैं। जिसमें राजद की ओर से 7 जबकि जदयू ने 1 यादव को मंत्री पद दिया है। वहीं नए बिहार कैबिनेट में यादवों के बाद दूसरे स्थान पर मुस्लिम आबादी है। इस समुदाय से 5 लोग नीतीश सरकार में मंत्री बने हैं। अनुसूचित जाति से 5, कुशवाहा समाज से 2, कुर्मी जाति से 2, राजपूत समाज से 3, भूमिहार वर्ग से 2, ब्राह्मण जाति से 1 जबकि वैश्य समाज से 1 मंत्री बनाए गए हैं।
अब बात करें कि किस मंत्री को कौन सा मंत्री पद मिला है तो आपको बता दें कि विजय कुमार चौधरी जो नितीश कुमार के करीबी बताये जाते हैं उनकों इस बार वित्त विभाग, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य विभाग दिया गया है। मालूम हो कि NDA की सरकार में विजय कुमार चौधरी को शिक्षा विभाग जैसे अहम विभाग दिए गए थे। महागठबंधन के नए मंत्रियों की बात करें तो विजेंद्र प्रसाद यादव के को ऊर्जा एवं योजना एवं विकास विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। आलोक कुमार मेहता को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग दिए गए हैं। वहीं लालू यादव के बड़े बेटे और तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेजप्रताप यादव जो पिछले महागठबंधन की सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय और दो अन्य मंत्रालय को संभल रहे थे उन्हें इस बार पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की जिम्मेदारी दी गई।
वहीं मोहम्मद आफाक आलम को पशु एवं मत्स्य संसाधन, अशोक चौधरी को भवन निर्माण, श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, सुरेंद्र प्रसाद यादव को सहकारिता, डॉ. रामानंद यादव को खान एवं भूतत्व, लेशी सिंह को खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, मदन सहनी को समाज कल्याण, कुमार सर्वजीत को पर्यटन, ललित कुमार यादव को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, संतोष कुमार सुमन को अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण, संजय कुमार झा को जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, शीला कुमारी को परिवहन, समीर कुमार महासेठ को उद्योग, चंद्रशेखर को शिक्षा विभाग दिया गया है।
इसके बाद सुमित कुमार सिंह को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सुनील कुमार को मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन, अनीता देवी पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, जितेंद्र कुमार राय को कला संस्कृति एवं युवा, जयंत राज को लघु जल संसाधन, सुधाकर सिंह को कृषि विभाग, जमा खान को अल्पसंख्यक कल्याण, मुरारी प्रसाद गौतम को पंचायती राज, कार्तिक कुमार को विधि विभाग, शमीम अहमद को गन्ना उद्योग, शाहनवाज को आपदा प्रबंधन, सुरेंद्र राम को श्रम संसाधन, इसराइल मंसूरी को सूचना प्रौद्योगिकी विभाग दिया गया है।
अब बात करें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की कि उनकों कौन कौन से विभाग दिए गए हैं तो बता दें कि नीतीश कुमार ने अपने पास मुख्यमंत्री के अलावा सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी विभाग, निर्वाचन विभाग सहित ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं किए गए हैं वह खुद के पास रखा है। और वहीं युवा नेता के रूप में राजद का नेतृत्व कर रहे बिहार के नए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर अपना भरोसा दिखाते हुए नीतीश कुमार ने उनको कई अहम विभाग की जिम्मेदारी दी है। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के पास बिहार का स्वास्थ्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, नगर विकास एवं आवास और ग्रामीण कार्य विभाग जैसे अहम विभाग हैं। अगर देखा जाए तो तेजस्वी यादव को जिन विभागों की जिम्मेदरी दी गयी है वे सब आम जन से जुड़े विभाग हैं। स्वास्थ्य को लेकर बिहार में किस प्रकार की बदहाल स्थिति है यह किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में तेजस्वी पर अपनी सरकार को स्वास्थ्य विभाग के सहारे स्वस्थ करने की जिम्मेदारी होगी।
वहीं अब बात करें पथ निर्माण विभाग की तो बता दें कि पथ निर्माण विभाग राज्य की सड़कों के कायाकल्प से जुड़ा सबसे अहम विभाग होता है। नीतीश कुमार राज्य की सड़कों की संवरी स्थिति को लेकर अक्सर अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हैं। तो नीतीश की छवि और इस सरकार की छवि को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी भी तेजस्वी के कंधे पर रहेगी। इसी तरह नगर विकास विभाग है, जो राज्य में तेजी से शहरीकरण की दिशा में काम कर रहा है। पटना सहित राज्य के कई अन्य शहरों को खूबसूरत और उच्च मानवीय सुविधाओं से युक्त बनाने का काम भी नगर विकास विभाग के पास ही होता है। अब अगर ग्रामीण कार्य विभाग की बात करें तो बिहार के गांवों के विकास और वहां की जरूरतों को पूरा करने वाला विभाग भी तेजस्वी के पास है। और बिहार देश के सबसे ज्यादा गांवों वाला राज्य है।
अब देखना ये होगा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के इस महागठबंधन की सरकार में बने मंत्री अपने विभाग के तहत बिहार को कैसे आगे ले जाते हैं।
Bihar New Cabinet Minister List