बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा (Bihar Vidhansabha Speaker Vijy Kumar Sinha) ने बुधवार, 24 अगस्त को नीतीश कुमार की सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले “बहुमत के आगे झुकते हुए” अपने पद से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा में अपने आखरी भाषण को देते हुए उन्होंने नरेंद्र नारायणन यादव को कुर्सी संभालने और सरकार द्वारा निर्धारित एजेंडे की अध्यक्षता करने के लिए नामित किया। उन्होंने कहा कि उनके लिए अध्यक्ष की कुर्सी “पंच परमेश्वर” थी।
उन्होंने अपने भाषण में कहा कि, ‘कुर्सी पर शक करके आप क्या संदेश देना चाहते हैं? वो लोग निर्णय लेंगे।” विजय सिन्हा ने इस्तीफा देने के दौरान कहा कि “बहुमत का सम्मान करते हुए मैं विधानसभा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देता हूं।” विजय सिन्हा ने जेडीयू विधायक नरेंद्र नारायण यादव को आसन संभालने की जिम्मेदारी दी, क्योंकि वो सबसे सीनियर सदस्य है, इसलिए अधियाशी सदस्य के रूप में उन्हें नामित किया है और सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
इधर आपको बता दें कि जदयू और राजद के सत्तारूढ़ गठबंधन के फ्लोर टेस्ट में जीतने की संभावना है। क्योंकि 243 सदस्यीय सदन में उसके पास 164 विधायकों का सहज बहुमत है। सदन में भाजपा के 77 विधायक हैं।