बिहार की राजनीति अभी पूरे देश भर में छाई हुई है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की बात करें या फिर गुजरात से लेकर मिजोरम तक। हर किसी की नजरें बिहार पॉलिटिक्स पर टिकी हुई है। सब अपना अपना ही गणित बैठा रहे हैं कि किस नेता को कौन मंत्री पद मिलेगा। लेकिन इस समीकरण में दो चेहरे के नाम बिलकुल तय वो है मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम के लिए नेता तेजश्वी यादव। जिन्होंने कुछ देर पहले ही पद की शपथ राज्यभवन में ली। लेकिन बाकि के मंत्री पद किसको मिल सकते हैं इस पर लोगों की निगाहें टिक्की हुई है। रो इस बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कहा भी की हम जल्द ही सभी मंत्रियों के नाम की घोषणा कर उनको भी शपथ दिलवाएंगे और विधानसभा अध्यक्ष के लिए भी अविश्वास प्रस्ताव भी लाकर उन्हें हटायेंगे। क्योंकि अभी जो सभा अध्यक्ष हैं वो बीजेपी कोटे से हैं।
और अब इस बयान से साफ हो गया है कि बिहार में NDA के गठबंधन के टूटने के बाद महागठबंधन की सरकार में जो चहरे सामने आने वाले हैं उनके समीकरण लोगों के सामने जल्द ही आएंगे। लेकिन इसी बीच कई लोग अपने अपने सोच के अनुसार इस महागठबंधन के सरकार में अपने अपने समीकरण बैठा रहे हैं। चलिए जानते हैं कि बिहार के राजनीतिक गलियारों में किन-किन नेताओं को किस मंत्री पद के मिलने की खबरें तेज हैं।
साल 2000 में पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ लेने वाले नीतीश कुमार एक बार फिर से सीएम पद की शपथ ले चुके हैं। यानि ये इनका सीएम पद का 8वां शपथ है। और इनके साथ डिप्टी सीएम के पदभार को संभालने की शपथ नेता तेजश्वी यादव ने ली है। जो साल 2015 के बिहार विधान सभा चुनाव के महागठबंधन की सरकार में छठे डिप्टी सीएम की शपथ ले चुके हैं। और इस बार दूसरी बार डिप्टी सीएम बने हैं। और अब इस शपथ समाहरो के बाद सबकी नज़रें विधानसभा अध्यक्ष पद और बाकि के मंत्री पद पर टिकी हुई है। तो आपको बता दें कि राजनीतिक गलियारे से ये खबर सामने आ रही है कि जो सभा अध्यक्ष का पदभार है वो राजद के कोटे से जाने वाला है।
यानि बिहार विधानसभा अध्यक्ष का पद आरजेडी के पलड़े में जायेगा। लेकिन इस पद पर कौन आसीन होगा यह अभी तक साफ़ नहीं हुआ है। सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच इस बात की सहमती बन चुकी है कि दोनों लोगों के शपथ समाहरो के बाद बाकि मंत्रिमंडल के 33 मंत्रियों के नाम की घोषना की जाएगी। इसमें नीतीश कुमार की जदयू के 13, राजद के 15, कांग्रेस के 4, हम के 1 और निर्दलीय 1 को मंत्री बनाया जाएगा। जबकि नीतीश मुख्यमंत्री और तेजस्वी डिप्टी सीएम बन चुके हैं तो अब 12, 14 या 16 अगस्त को फिर से मंत्रिमंडल के नए सदस्यों को शपथ ग्रहण समाहरो करवाई जाएगी। हालांकि इसके लिए अभी सभी दलों की ओर से नामों को अंतिम रूप देने का इंतजार किया जा रहा है। और वहीं वाम दलों ने खुद को मंत्रिमंडल से बाहर रखने का निर्णय लिया है।
सूत्रों का कहना है कि जिन लोगों को मंत्री बनाया जाएगा उसमें जदयू फिलहाल अपने किसी मंत्री को नहीं बदलेगी। जदयू के जो मंत्री NDA सरकार में थी, वही फिर से मंत्री बनाए जा सकते हैं। वहीं राजद की ओर से तेज प्रताप यादव का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। और इसे लेकर आज के शपथ ग्रहण समाहरो में तेजप्रताप यादव ने कहा भी कि वे फिर से जनता की सेवा करने के लिए आये हैं। इसके अलावा आलोक मेहता, अवध बिहारी चौधरी, ललित यादव, अनीता देवी, श्याम रजक भी मंत्री बन सकते हैं। वहीं कांग्रेसके खेमे में अजीत शर्मा और मदन मोहन झा मंत्री पद के प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं।
हम पार्टी की बात करें तो जीतन राम मांझी के दल से संतोष मांझी को मंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि जीतन राम की ओर से दो मंत्री पद मांगने की खबर सामने आ रही है। लेकिन नीतीश और तेजस्वी इस पर तैयार नहीं बताए जा रहे हैं।
इधर बीजेपी की ओर से आज पटना से लेकर पूरे प्रदेश में नीतीश कुमार की आगुवाई वाली महागठबंधन सरकार के खिलाफ भाजपा धरना प्रदर्शन कर रही है। इस धरना प्रदर्शन में भाजपा के केंद्रीय मंत्री के साथ सभी बड़े और छोटे नेता शामिल हैं। लेकिन आज शपथ ग्रहण समाहरो में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय राजनीति में जाने का बिगुल बजा दिया है। उन्होंने कहा कि 2024 में वे नहीं रहेंगे, इसे चर्चा होने लगी है कि वे 2024 में बिहार के मुख्यमंत्री का पद छोड़ लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को टक्कर देने का फैसला कर चुके हैं।
नीतीश ने मीडिया से बात करते हुए इशारों-इशारों में कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पूरे देश में दौरा करेंगे। इसके लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट किया जाएगा। फिर सभी मिलकर लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को टक्कर देंगे। सीएम नीतीश के इस बयान से एक बात ये स्पष्ट हो जाता है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में वे विपक्ष के प्रधानमंत्री उम्मीदवार होंगे।