प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने संसद के नए भवन (New Parliament Building) की छत पर लगे राष्ट्रीय चिन्ह (National Emblem) का अनावरण किया। इस प्रतीक का अनावरण प्रधानमंत्री की पूजा के बाद किया गया। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla), राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश (Harivansh), संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने नई संसद के निर्माण में लगे श्रमजीवी से भी बातचीत की।
ये राष्ट्रीय प्रतीक 9500 किलोग्राम के कुल वजन के साथ कांस्य से बना है और इसकी ऊंचाई 6.5 मीटर है। इसे न्यू पार्लियामेंट बिल्डिंग के सेंट्रल फ़ोयर के शीर्ष पर कास्ट किया गया है। इस प्रतीक के समर्थन के लिए लगभग 6500 किलोग्राम वजन वाले स्टील की एक सहायक संरचना का निर्माण किया गया है। नए संसद भवन की छत पर राष्ट्रीय प्रतीक लगाने का काम आठ अलग-अलग चरणों से पूरा किया गया। इसमें मिट्टी से मॉडल बनाने से लेकर कंप्यूटर ग्राफिक तैयार करना और कांस्य निर्मित आकृति को पॉलिश करना शामिल है।
इस नई संसद भवन परियोजना पर सरकार को ₹1,250 करोड़ का खर्च आएगा। ₹ 977 करोड़ के बजटीय व्यय की तुलना में लागत में 29 प्रतिशत की वृद्धि हुई। राष्ट्रपति भवन से कुछ ही दूर स्थित 13 एकड़ में फैली इस प्रस्तावित चार मंजिला इमारत की तैयार होने की उम्मीद इस साल देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले समाप्त होने की थी, लेकिन बाद में समय सीमा को बदलकर अक्टूबर कर दिया गया।