भारत सरकार लगातार यूक्रेन में फंसे हुए भारतीय छात्रों को निकालने का प्रयास कर रही है। इसी के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (CSMIA) ने भारतीय छात्रों के लिए एक स्पेशल कॉरिडोर तैयार किया है। यूक्रेन में फंसे ये छात्र शनिवार को रात करीब 8 बजे फ्लाइंट संख्या AI1944 से मुंबई पहुंचेंगे। सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार, हवाई अड्डे पर हवाईअड्डा स्वास्थ्य संगठन (APHO) की टीम अनिवार्य टेम्परेचर की जांच करेगी।
आगमन के समय यात्रियों को या तो एक COVID-19 टीकाकरण प्रमाणपत्र या एक नेगेटिव RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट प्रस्तुत दिखानी होगी। यदि कोई यात्री आगमन के समय इनमें से कोई भी डॉक्यूमेंट नहीं दिखा पाता है, तो उन्हें हवाई अड्डे पर आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा। इस टेस्ट का खर्चा हवाईअड्डे द्वारा वहन किया जाएगा। इसके बाद जो यात्री टेस्ट के बाद नेगेटिव आते हैं वे हवाई अड्डे से बाहर जा सकेंगे। यदि किसी यात्री का टेस्ट पॉजिटिव होता है, तो उसे सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सकीय रूप से प्रबंधित किया जाएगा।
CSMIA हवाई अड्डे पर पहुंचने वाले युवा छात्रों के लिए प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कदम उठा रही है। इसने आने वाले यात्रियों के बैठने के लिए हवाई अड्डे पर एक विशेष क्षेत्र में घेराबंदी की है और उन्हें मुफ्त वाईफाई कोड प्रदान करेगा, भोजन और पानी की बोतलें वितरित करेगा, और आगमन के समय यदि आवश्यक हो तो उन्हें कोई मार्गदर्शन या चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा।