दिनेश गुणवर्धने (Dinesh Gunawardena) को श्रीलंका (Sri Lanka) का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। उन्होंने कोलंबो में प्रधानमंत्री कार्यालय में श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। श्रीलंका में आर्थिक उथल-पुथल और इसका विरोध कर रहे लोगों के बीच गुनावर्धने का प्रधानमंत्री के रूप में चुनाव हुआ। हाल ही में रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) को श्रीलंका का राष्ट्रपति बनाया गया है। उनके आज अपने नए मंत्रिमंडल की घोषणा करने की उम्मीद है।
अप्रैल में तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने गुणवर्धने को गृह मंत्री नियुक्त किया था। इससे पहले, उन्होंने विदेश मंत्री, परिवहन मंत्री और शहरी विकास मंत्री के रूप में कार्य किया है और अपने राजनीतिक जीवन के दौरान कई अन्य भूमिकाएँ निभाई। कुछ समय पहले तक वे देश के शिक्षा मंत्री भी थे। गुनावर्धने महारागामा के साथ-साथ कोलंबो जिले से महाजन एकथ पेरामुना (Mahajana Eksath Peramuna) का प्रतिनिधित्व करते हैं और 1970 के दशक के दौरान चुनावी राजनीति में प्रवेश किया।
श्रीलंका भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। देश की आर्थिक स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि आवश्यक सामान व ईंधन आयात करने का भी पैसा नहीं है। ऐसे भारी संकट के बीच श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) देश छोड़कर भाग निकले हैं। श्रीलंका के लोगों के साथ-साथ प्रदर्शनकारी जिन्होंने आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका की राजनीति में बदलाव की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है, वे राजपक्षे के करीबी किसी को भी अपना नेता स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।