भारत को 1964 टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीताने वाले भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान चरणजीत सिंह (Charanjit Singh) का निधन हो गया है। वे 92 साल के थे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के ऊना में अपने घर पर सुबह पांच बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन का कारण दिल का दौरा पड़ना बताया जा रहा है। वह लंबे समय से उम्र से जुड़ी बीमारियों से भी जूझ रहे थे।
पांच साल पहले भी चरणजीत को स्ट्रोक हुआ था और तब से वह लकवाग्रस्त थे। वह छड़ी से चलते थे लेकिन पिछले दो महीने से उनकी हालत और खराब हो गई। चरणजीत सिंह ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रच दिया था। उनकी अगुवाई में भारतीय टीम ने इस ओलंपिक में स्वर्ण जीता था। कर्नल ब्राउन कैम्ब्रिज स्कूल, देहरादून और पंजाब विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र, चरणजीत 1960 में रोम ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे।
अब तक हिमाचल के एक ही खिलाड़ी ने भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी संभाली है और वो चरणजीत सिंह है। हॉकी से रिटायर होने के बाद, चरणजीत सिंह ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला में फिजिकल एजुकेशन विभाग के निदेशक के रूप में काम किया।