देश में कोरोना वायरस को हराने के लिए टीकाकरण की रफ़्तार तेज़ कर दी गई है। इसी बीच दो और कोरोना वैक्सीन और एक कोरोना की टैबलेट को आपातकालीन यूज की मंजूरी मिली है। दरअसल, कोवोवैक्स (Covovax), कॉर्बेवैक्स (Corbevax) और एंटी-वायरल दवा मोलनुपिरावीर (Molnupiravir) को आपातकालीन स्थितियों में इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली है।
हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल-ई (Biological-E) द्वारा निर्मित कॉर्बेवैक्स, भारत में बनी पहली ‘आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन’ है। वहीं, नैनोपार्टिकल वैक्सीन कोवोवैक्स का निर्माण पुणे स्थित कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) में किया जाएगा। मोलनुपिरावीर, अब देश में 13 कंपनियों द्वारा निर्मित की जाएगी।
मोलनुपिरावीर दवा का उपयोग आपातकालीन स्थिति में उन वयस्क रोगियों के इलाज के लिए किया जायेगा, जो कोविड पॉजिटिव हैं और जिन्हें रोग के बढ़ने का बहुत ज़्यादा खतरा है, जैसे अस्पताल में भर्ती होने और मरने की स्थिति का हो। इस दवा का उपयोग 18 साल से कम आयु के लोगों पर नहीं किया जा सकेगा। इन वैक्सीन को मिली मंजूरी महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को और मजबूत करेगी।