पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों पर सफाई दी है.
उनका आरोप है कि उनका पति उनसे 50 लाख रुपये और एक मकान की मांग कर रहा है
बरेली। पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि उनके पति ने उनका व्हाट्सएप हैक कर लिया और उनकी सारी चैट वायरल कर दी और वह मुझसे 50 लाख रुपये और एक घर की मांग कर रहे हैं. जिसके चलते मैंने उसके खिलाफ प्रयागराज में केस दर्ज कराया है और मैं उससे तलाक चाहती हूं. पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या बरेली के सेमीखेड़ा स्थित चीनी मिल में जीएम के पद पर तैनात हैं।
दरअसल, पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य की शादी 10 साल पहले आलोक मौर्य से हुई थी. ज्योति मौर्य का आरोप है कि आलोक ने बताया था कि वह ग्राम पंचायत अधिकारी है, लेकिन वह सफाईकर्मी था। जिसके बाद अब मैं आलोक मौर्य से तलाक ले रही हूं. आलोक मौर्य का आरोप है कि उसकी पत्नी ज्योति उसकी हत्या कराना चाहती है. जिसकी शिकायत उन्होंने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में की है. उधर, ज्योति मौर्य ने भी अपने पति और ससुराल के 4 लोगों के खिलाफ प्रयागराज में केस दर्ज कराया है. ज्योति मौर्य का आरोप है कि उनके पति ने उनका व्हाट्सएप हैक कर लिया और फिर उनकी चैट वायरल कर दी. ज्योति मौर्य का आरोप है कि उनके पति उनसे 50 लाख रुपये और एक मकान की मांग कर रहे हैं. वहीं पति आलोक मारय का आरोप है कि उसकी पत्नी का अफेयर होम गार्ड के कमांडेंट से चल रहा है और दोनों मिलकर उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
इस मामले में आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने बरेली चीनी मिल में महाप्रबंधक पद पर तैनात ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य द्वारा वायरल की गई डायरी की रिकवरी लिस्ट की जांच की मांग की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी गई अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि आलोक मौर्य ने कथित तौर पर अपनी पत्नी की हस्तलिखित डायरी के पन्ने सार्वजनिक कर दिए हैं, जिसमें विभिन्न पदों पर उनकी पोस्टिंग के दौरान लिखी गई सभी प्रविष्टियां हैं। इन प्रविष्टियों में अलग-अलग मदों के तहत और अलग-अलग व्यक्तियों के साथ लेनदेन का विवरण दिया गया है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्होंने आलोक मौर्य से भी फोन पर बात की, जिन्होंने साफ कहा कि सभी प्रविष्टियां पैसे के लेनदेन से संबंधित हैं। जहां ‘L’ लिखा है उसका मतलब लाख है और यहां ‘T’ लिखा है तो इसका मतलब हजार है।
आलोक मौर्य ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव, नियुक्ति सचिव समेत तमाम अधिकारियों से की, लेकिन हर जगह यही कहा जा रहा है कि यह पारिवारिक विवाद है, इसे आपस में ही सुलझा लेना चाहिए. अमिताभ ठाकुर ने कहा कि सरकारी पद पर बैठकर लाखों-करोड़ों रुपये की रिश्वतखोरी की शिकायत किसी भी तरह से पारिवारिक विवाद नहीं है. उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुए नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की मांग की है।