Night-Sky-Sanctuary

जब कभी छुट्टियां मनाने का मन करे तो दिमाग में एक बार लद्दाख घूमने का ख्याल तो ज़रूर आता है। कुछ लोग पैंगोन्ग लेक देखने जाते हैं, तो वहीं कुछ लोग बर्फीले मौसम में बाइक राइडिंग का मज़ा लेने जाते हैं। अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य की छटा बिखेरता लद्दाख, बर्फ से ढंके ऊंचे-ऊंचे पर्वतों से घिरा हुआ। अगर आप नाईट लवर हैं और रात में तारों भरा आसमान देखना पसंद करते हैं तो आपके लिए गुड न्यूज है। दरअसल, लद्दाख में रात के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही नाइट स्काई सैंक्चुअरी (Night Sky Sanctuary) खुलने वाली है। यह देश की पहली नाइट स्काई सैंक्चुअरी होगी।

एस्ट्रो टूरिज्म (Astro Tourism) को बढ़ावा देने के लिए भारत का विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, लद्दाख (Ladakh) के हनले (Hanle) में प्रस्तावित डार्क स्काई रिजर्व (Dark Sky Reserve) स्थापित करने वाला है। यह ऑप्टिकल, इंफ्रा-रेड और गामा-रे टेलीस्कोप के लिए दुनिया के सबसे ऊंचे स्थानों में से एक होगा। हेनले, जो समुद्र तल से लगभग 4,500 मीटर ऊपर है, इस प्रोजेक्ट के लिए सबसे उपयुक्त जगह मानी गयी है, क्योंकि ये लद्दाख के ठंडे रेगिस्तानी क्षेत्र में स्थित है। यह काफी उंचाई पर है, जिसकी वजह से हर मौसम में आसमान साफ दिखता है, जो इसे नाइट स्काई सैंक्चुअरी के लिए सबसे उपयुक्त जगह बनाती है।

यह नाइट स्काई सैंक्चुअरी चंगथंग वन्यजीव अभयारण्य (Changthang Wildlife Sanctuary) का हिस्सा होगी। इस प्रोजेक्ट के लिए लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (Ladakh Autonomous Hill Development Council), लद्दाख प्रशासन (Ladakh Administration) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (Indian Institute of Astrophysics) में त्रिपक्षीय समझौता हुआ है। इस प्रोजेक्ट से स्थानीय अर्थव्यवस्था को पंख लगेंगे।

डार्क स्काई सैंक्चुअरी एक सार्वजनिक या प्राइवेट जमीन होती है, जिसमें हम इत्मीनान से तारों वाली रात देख सकते हैं। इस जगह का आसमान क्रिस्टल क्लियर होता है। घरों की रोशनी बाहर न आए, इसके लिए मोटे पर्दे व बल्ब की दिशा पहले से तय होती है। जितना अंधेरा होगा, आसमान में तारे उतने साफ नजर आते हैं। रात को अधिक से अधिक अंधेरा सुनिश्चित किया जाता है ताकि आसमान में ग्रहों और सितारों का अध्ययन किया जा सके। नाइट स्काई सेंक्चुअरी क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही का समय निर्धारित किया जाता है।

भारत में अभी तक नाइट स्काई सैंक्चुअरी नहीं थी। लोग इसका लुफ्त उठाने के लिए विदेश जाते थें। ऐसा माना जा रहा है की ये नाइट स्काई सैंक्चुअरी अगले तीन महीनों में बनकर तैयार हो जाएगी। अब देश में इसके बन जाने के बाद लोग तारों वाली रात का लुफ्त आसानी से उठा सकेंगे।

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