ऑस्ट्रिलया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की इस ऐतिहासिक जीत के हीरो रहे विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत 138 गेंदों में 89 रन बनाकर नाबाद रहे. इस दौरान उन्होंने नौ चौके और एक छक्का लगाया. इसके साथ ही वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 1,000 रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर भी बन गए. पंत ने इस सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. इस सीरीज में उनके नाम 274 रन रहे. इस रिकॉर्ड में उन्होंने धोनी को भी पीछे छोड़ दिया हैं.
भारत को पहली बार टेस्ट मैच जिताने के बाद भारत लौटे पंत ने कहा, “यह मेरे जीवन का अभी तक सबसे बड़ा पल है. मैं इस बात से खुश हूं कि सपोर्ट स्टाफ और मेरी टीम के सभी साथियों ने तब मेरा साथ दिया जब मैं खेल नहीं रहा था. यह सपने जैसी सीरीज रही है.” उन्होंने आगे कहा, “टीम प्रबंधन ने हमेशा मेरा साथ दिया और हमेशा कहा कि आप मैच विजेता खिलाड़ी हो और आपको टीम के लिए मैच जीतने हैं. मैं हर दिन सोचता रहता था कि मुझे भारत के लिए मैच जीतने हैं और यह मैंने आज किया.” इसके साथ ही उन्होंने कहा, “मैं खुश हूं कि टीम ने दोबारा ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाया.” उन्होंने आगे ये भी कहा, “जिस तरह से हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल दिखाया उससे पूरी टीम खुश है और हम आगे के मैचों में भी अपना बेस्ट परफॉर्मेंस देंगे.”
ऋषभ पंत की अंतिम और निर्णायक मुकाबले में भारत को जीत दिलाने में अहम योगदान देने के कारण उनकी हर तरफ वाहवाही हो रही है. आपको बता दें कोच रवि शास्त्री ने भी उनकी जमकर तारीफ की. कोच ने कहा, “वह कमाल का खिलाड़ी है. एक समय हमें लगा था कि हम केवल ड्रॉ पर फ़ोकस करें, लेकिन पन्त की शानदार बल्लेबाजी ने मैच का रुख मोड़ दिया. इस आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस के लिए उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है.”