Nikhat Zareen

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में भारत की बेटी ने इतिहास रच दिया है। भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन (Nikhat Zareen) ने तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप (Women’s World Boxing Championships) के फ्लाइवेट (52 किग्रा) वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है। निकहत इस जीत के साथ मैरी कॉम (Mary Kom), सरिता देवी (Sarita Devi), जेनी आरएल (Jenny RL) और लेखा केसी (Jenny RL) के बाद विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली पांचवीं भारतीय महिला मुक्केबाज बन गईं हैं। 2018 में महान मुक्केबाज मैरी कॉम के जीतने के बाद से यह भारत का पहला स्वर्ण पदक भी है।

उन्होंने फाइनल में शानदार लड़ाई लड़ी और थाईलैंड की जिटपोंग जुटामस (Jitpong Jutamas) को 5-0 से हराकर ये ख़िताब अपने नाम किया। जज ने भारतीय पक्ष में बाउट 30-27, 29-28, 29-28, 30-27, 29-28 का स्कोर बनाया। निकहत पहले दौर में सभी जजों को प्रभावित करने में सफल रही क्योंकि उन्होंने थाई मुक्केबाज की तुलना में कहीं अधिक मुक्के मारे। दूसरा दौर कड़ा था और जितपोंग ने इसे 3-2 से जीत लिया। फाइनल राउंड में अपने पक्ष में सिर्फ एक जज लाने की जरूरत थी, तो निकहत ने अपना बेस्ट दिया और अपने पक्ष में 5-0 का निर्णय दर्ज किया।

इस्तांबुल में तीन पदक जोड़ने के साथ, इस प्रतिष्ठित आयोजन के 12 संस्करणों में भारत की कुल पदक संख्या 39 हो गई है, जिसमें 10 स्वर्ण, आठ रजत और 21 कांस्य शामिल हैं, जो की रूस (60) और चीन (50) के बाद तीसरा सबसे ज़्यादा मेडल है। बता दें की, निकहत का जन्म तेलंगाना के निजामाबाद में 14 जून 1996 को हुआ था। उन्होंने 13 साल की उम्र से ही बाक्सिंग की दुनिया में कदम रख दिया था।

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