एक तरफ पूरे बिहार में मानसून की सक्रियता से बिहार वासियों में खुशी की लहर दौड़ उठी है। लेकिन इस झमाझम बारिश के बीच ठनका गिरने से लोग परेशान भी हैं। बिहार में बारिश के दौरान आसमान से आफत बरसने से कई लोगों की जान चली गयी है। राज्य के अलग-अलग जिलों में मंगलवार को आकाशीय बिजली के कहर से 22 लोगों की मौत हो गई।
आकाशीय बिजली गिरने से बिहार के सारण जिले में सबसे ज्यादा 5 लोगों की जान गई। वहीं भोजपुर में 4 लोगों की बिजली गिरने से मौत हो गई। इसके अलावा बक्सर, नवादा, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, अररिया और बांका जिले में भी लोग बिजली की चपेट में आने से उनकी जान चली गई है। सारण में मरने वाले पांच लोगों में मां-बेटी भी शामिल हैं।
भोजपुर जिले के मुफस्सिल, टाउन, पीरो और संदेश इलाके में मंगलवार, 28 जून को वज्रपात का कहर देखने को मिला। यहां कुल 4 लोगों की ठनके की चपेट में आने से मौत हो गई। बक्सर और नवादा जिले में भी अलग-अलग जगहों पर एक-एक शख्स की जान गई।
पश्चिम चंपारण के मझौलिया और नौतन में भी वज्रपात कहर बरसा। पूर्वी चंपारण जिले के पलनवा, छौड़ादानो और सुगौली में भी 22 जून को आकाशीय बिजली गिरी। दोनों जिलों में 2 बच्चों सहित 6 लोगों की मौत हो गई। मुजफ्फरपुर जिले में ठनका की चपेट में आने से 2 लोगों की जान चली गई। वैसे ही अररिया और बांका जिले में भी एक-एक लोगों की मौत गयी।
बिहार के अलग अलग जिलों में ठनका गिरने से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक व्यक्त किया है। मंगलवार, 28 जून की रात वज्रपात की चपेट में आने वाले लोगों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए नीतीश कुमार ने ट्वीट किया, “इस आपदा की घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं।” इसके साथ ही सीएम नीतीश ने सभी मृतकों के आश्रितों को तुरंत 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने खराब मौसम में लोगों से सावधानी बरतने की अपील भी की है।