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बिहार सरकार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने मगध विश्वविद्यालय (MU) के रजिस्ट्रार पुष्पेंद्र प्रसाद वर्मा, प्राक्टर प्रो. जयनंदन प्रसाद सिंह, लाइब्रेरियन प्रो. विनोद कुमार और कुलपति के आप्त सचिव सुबोध कुमार को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।

इन सभी लोगों पर मगध विवि में वित्तीय अनियमितता और करोड़ों रुपये के सरकारी धन में हेरफेर के आरोप हैं। करीब महीने भर पहले एसवीयू ने मगध विवि के कुलपति के खिलाफ एसवीयू ने कार्रवाई की थी। पटना, गया और गोरखपुर में कुलपति के ठिकानों पर की गई छापेमारी में करोड़ों रुपये की संपत्ति और विदेशी मुद्रा के साथ काफी बड़ी नकदी बरामद की गई थी। उस वक्त से विशेष निगरानी इकाई (Special Vigilance Unit) इस मामल की पड़ताल कर रही थी।

जानकारी के अनुसार सोमवार को इन चारो अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। अलग-अलग कमरों में बिठाकर कर पूछताछ में जवाब में कोई तालमेल नहीं पाया गया। जिसके बाद इन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। चारो अफसरों पर कुलपति के साथ षड्यंत्र में शामिल होने के पुख्ता प्रमाण पाए गए हैं। गिरफ्तार अधिकारियों को आज निगरानी की विशेष अदालत में पेश किया गया। फिलहाल सभी एसवीयू की गिरफ्त में ही हैं।

गौरतलब है कि मगध विवि के कुलपति राजेंद्र प्रसाद को 17 नवंबर को अपने पद का फायदा उठाते हुए बीते तीन वर्ष में 30 करोड़ रुपये की बंदरबांट, बगैर किसी आवश्यकता नाजायज तरीके से विवि के लिए उत्तर पुस्तिकाएं व पुस्तक खरीदने, अपने चहेते अफसरों को विश्वविद्यालय में पदस्थापित कर अपने मन के मुताबिक उनसे भुगतान कराने जैसे कई आरोप प्रमाणित होने के बाद कार्रवाई की गई थी।