जनता दल-यूनाइटेड (JDU) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज पटना में पार्टी कार्यालय कर्पूरी सभागार में हुई। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह (Rajiv Ranjan Singh) ने की। इस बैठक में पार्टी के कई नेताओं के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी शामिल हुए। पार्टी के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, विभिन्न राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय पदाधिकारी, राष्ट्रीय परिषद सदस्य, सांसद, बिहार सरकार के मंत्री और विधायक मौजूद थे।
बिहार में ‘महागठबंधन’ की सरकार बनाने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और अन्य पार्टियों के साथ हाथ मिलाने के बाद से पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की यह पहली बैठक थी। 2020 में, भाजपा-जद (यू) ने गठबंधन में चुनाव लड़ा और नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद दिए जाने के साथ सरकार बनाई।
इस बीच, जनता दल (यूनाइटेड) के पांच विधायक, जिनका सत्तारूढ़ दल भाजपा में विलय हो गया, आज दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। इस पर नीतीश कुमार ने कहा, “जब हम एनडीए से अलग हुए तो मणिपुर के हमारे सभी छह विधायक आए और हमसे मिले। उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि वे जदयू के साथ हैं। हमें सोचना होगा कि क्या हो रहा है। वे विधायकों को पार्टियों से तोड़ रहे हैं, क्या यह संवैधानिक है ?”