बिहार में मानसून की सक्रियता फैल चुकी है। आम लोगों से लेकर किसान तक झमाझम बारिश से खुश है। लेकिन वहीं आसमान से बरस रहे खर से भी लोग परेशान है। बिहार में खराब मौसम के चलते मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 24 घंटे के भीतर राज्य में आकाशीय बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत हो गई।
बीते 28 जून को ठनका गिरने से 22 लोगों की मौत ह गयी थी। और अब 29 जून को भी ठनका की चपेट में आने से 11 लोगों की मौत हो गयी है। बता दें सबसे ज्यादा मौत मुजफ्फरपुर में हुई है। यहां 3 लोगों की जन चली गई है। वहीं भोजपुर और रोहतास में 2-2 एवं औरंगाबाद, वैशाली, समस्तीपुर और नवादा जिले में एक-एक शख्स की मौत हुई।
मुजफ्फरपुर जिले के सकरा और मड़वन प्रखंड में बुधवार, 29 जून को वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों ने दम तोड़ दिया। इस दौरान एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। मड़वन के विष्णुदत्तपुर में एक बिजली मिस्त्री की ठनका की चपेट में आने से मौत हो गई।
वहीं समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड में सारंगपुर पश्चिमी पंचायत में भी वज्रपात हुआ। जिसकी आवाज सुनकर एक महिला की जान चली गई। भोजपुर के तरारी इलाके में भी आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा औरंगाबाद, वैशाली और नवादा जिले में अलग-अलग इलाकों में गुरुवार को वज्रपात की घटना हुई, जिससे कुल तीन लोगों की जान चली गई।
इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से हुई मौतों अपनी संवेदना जताई है। और सभी मृतकों के परिजनों 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि तुरंत जारी करने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि, मौसम विभाग ने बिहार में गुरुवार, 30 जून को मौसम खराब रहने के आसार जताये हैं।