बिहार विभानसभा का अभी मानसून सत्र चल रहा है। और हर दिन विधानसभा में अग्निपथ योजना को लेकर हंगामा भी बरकरार है। और आज सदन में हुए हंगामे के बीच विधानसभा की करवाई को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ हुआ विरोध सबसे ज्यादा बिहार में देखने को मिला। विरोध प्रदर्शन रुकने के बाद बिहार विधानसभा में लगातार हंगामा जारी है और इसी बीच 28 जून को बिहार विधानसभा की कार्यवाही 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
28 जून की दोपहर 2 बजे शुरू हुई कार्यवाही के बाद स्थिति ऐसी बन गई कि सदन में सत्ता पक्ष के अधिकांश सदस्य ही नहीं थे। इस दौरान उत्कृष्ट विधायक सम्मान को लेकर चर्चा होनी थी। विपक्ष ने अपनी मांगों को लेकर पहले ही सदन का बहिष्कार कर दिया था। बाद में जदयू के अधिकतर विधायक भी निकल गए। इसे लेकर विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा नाराज हो गए जिसके बाद उन्होंने सदन को स्थगित कर दिया।
मानसून सत्र के तीसरे दिन विपक्ष ने सदन के अंदर और बाहर जमकर नारेबाजी की। बढ़ते हंगामे को देखते हुए सदन के अंदर और बाहर भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी। इसी हंगामे में बैकुंठपुर के राजद विधायक प्रेमशंकर कुमार की हिरे की रिंग भी खो गयी।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि ‘अग्निपथ’ पर सदन में चर्चा करना चाहते थे, लेकिन हमारी मांग को नामंज़ूर कर दिया जा रहा है। राज्य सरकार कह रही है कि यह बिहार का नहीं, केंद्र का मामला है। लेकिन यह मुद्दा देश के साथ-साथ बिहार का भी है। इस आंदोलन में कई छात्रों पर मामला दर्ज किया गया है। कई कोचिंग सेंटरों को भी परेशान किया जा रहा है। उन पर किए गए मुक़दमे को वापस लिया जाए।साथ ही अग्निपथ पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्टैंड क्या है, यह साफ होना चाहिए।