क्या आपको पता है कि भारत सरकार ने 2019 में राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन – फिट इंडिया अभियान की घोसना की थी? जिसके अंतर्गत स्वस्थ रहने, शारीरिक गतिविधियों को अपनाने और खेल कूद को अपने दैनिक जीवन शैली में शामिल करने के लिए फिट इंडिया अभियान शुरू किया था। इसमें सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बच्चो के शिक्षा व्यवस्था में ‘फिजिकल एजुकेशन और फिजिकल एक्टिविटी’ की बड़ी भागीदारी देने की बात गई थी। यह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 29 अगस्त 2019 (राष्ट्रीय खेल दिवस) पर इंदिरा गांधी स्टेडियम, नई दिल्ली में शुरू किया गया था।
सरकार के कहे अनुसार देश भर से बड़े स्तर के स्कूलों को अपने फिट इंडिया अभियान के तहत पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना था। जिसके बाद से विद्यालयों की गतिविधियों पर ध्यान दिए जाते और अगर कुछ बदलाव करनी हो तो सरकार उस पर दिशा निर्देश जारी करती। मगर यहाँ दृश्य कुछ और ही देखने को मिल रहे है। जहाँ बात करे बिहार की तो खबर आयी है कि यहाँ से भागलपुर जिले के 900 से अधिक स्कूलों में से केवल 94 स्कूल ने ही फिट इंडिया पोर्टल पर निबंधन नहीं कराया है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान देवनारायण पंडित के काफी दिन पहले कहने के बावजूद जिला स्तर के स्कूलों ने बात को गंभीरता से नहीं लिया।
आपको बता दें की फिट इंडिया अभियान के अंतर्गत सरकार एक प्रतियोगिता शुरू करने जा रही है, जिसका नाम “विश्वस्तरीय ऑनलाइन और ब्रॉडकास्ट” रखा गया है। इस प्रतियोगिता में हर राज्य से स्कूलों को भाग लेने की इज़ाजत है और खेल में स्पोर्ट्स और फिटनेस से जुडी सवाल-जवाब किये जायेंगे। वहीँ हर राज्य से इस क्विज का एक-एक विजेता घोसित होगा जिसने बिच अगला राउंड क्विज करा कर फाइनल विजेता ही पुष्टि की जाएगी। और उस आख़िरी विजेता को कैश प्राइज दी जाएगी।
लेकिन इसमें सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि अगर स्कूल फिट इंडिया के अंतर्गत रजिस्टर ही नहीं होगी तो इसमें बच्चो का भाग लेना भी असंभव हो जायेगा। स्कूलों की ऐसी लापरवाही से बच्चे इस प्रतियोगिता में भाग लेने से वंचित रह जायेंगे। सरकार ने सख्ती से स्कूलों को अगले कुछ दिनों में रजिस्ट्रेशन करने की मांग की है, अगर वक़्त रहते सभी ने यह कार्य नहीं किया तो सारे विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों पर सख्त करवाई की जाएगी।