बिहार के क्षेत्रों में फिलहाल बाढ़ की समस्या देखने को मिल रही है। और इस समस्या को मद्देनज़र रख राज्य निर्वाचन योग्य ने राज्य के सभी जिला अधिकारीयों व पंचायती कार्यकारियों को चुनाव को लेकर तैयारियां करने का निर्देश दे दिया है। शनिवार को आयोग ने जिला अधिकारीयों संग वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग द्वारा बैठक की, जिसका मुख्या उद्देश्य बाढ़ से ग्रषित क्षेत्रों का निरिक्षण करना था ताकि चुनावी तैयारिओं में रुकावट ना आ सके। सरकार के कहे अनुसार सारे गांव और जिलों में 15 अगस्त से पहले चुनावी तैयारियां हो जानी चाहिए। जिसके बाद ही बिहार पंचायत चुनाव की जिला आधारित तिथि सुनिश्ति की जाएगी।
शनिवार को बैठक की अध्यक्षता राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ, दीपक प्रसाद ने सभी जिलों को आरक्षण से जुडी सभी त्रुटि हफ्ता भर में पूरी करने को कहाँ है। साथ ही बैठक में कुछ बातो पर विस्तार में चर्चा किया गया जैसे इवीएम मशीन से संबंधित कोई भी तकनीकी दिक्कत हो तो उसे जल्द से जल्द ठीक करा लिया जाए। साथ ही आरक्षण से संबंधित त्रुटि हो तो उन्हें भी जल्द सुलझाने का आदेश दिया गया है। आयोग ने बताया की बाढ़ ग्रसित जिलों में सबसे आखिर में चुनावी प्रक्रिया की जाएगी वहीँ गैर बढ़ प्रभावित इलाको में पंचायत चुनाव पहले शुरू होंगे।
सूत्रों के अनुसार अभी भी कई जिलों में इवीएम मशीन की किल्लत है और जहाँ है वहां भी केवल एक ही नंबर का इवीएम इंट्री उपलब्ध कराया जाता है। आयोग ने अधिकारीयों से यह सुनिश्चित करने कहा है की जहाँ इवीएम मशीन की कमी है वहां और मशीन मंगाया जाये और अलग-अलग भण्डारण की सूचि तैयार की जाये। अब 2021 की पंचायत चुनाव ग्रामीण इलाको के लिए कितनी प्रभावशाली साबित होती है यह देखने लायक होगा।