बिहार के साढ़े पांच करोड़ लोगों को सरकार की तरफ से मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही थी। लेकिन अब इसका लाभ बिहार सरकार अपनी राशि से चार करोड़ और लोगों को प्रदान करेगी। जी हां, बिहार के सभी राशन कार्डधारी परिवारों का प्रति वर्ष पांच लाख तक का मुफ्त इलाज होगा। गुरुवार, 24 मार्च को विधानसभा में राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि, राज्य के लोगों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक और बड़ा तोहफा दिया है।
राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि, आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत राज्य के लोगों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं अब राज्य के नये 85 लाख परिवारों को मिलेगी। जिसे राज्य सरकार अपने खर्च से उपलब्ध कराएगी। अप्रैल में शुरू हो रहे वित्तीय वर्ष 2022-23 से यह सुविधा लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के 2022-23 के आय-व्यय (Income and expenses) पर बिहार विधानसभा में हुए वाद-विवाद के बाद स्वास्थ्य मंत्री अपनी बात रखते हुए कहा कि राज्य के एक करोड़ नौ लाख परिवार के सदस्यों को आयुष्मान योजना के अंतर्गत प्रति वर्ष पांच लाख तक की चिकित्सा सुविधा मुफ्त में उपलब्ध करायी जा रही है। लेकिन इन लाभार्थियों की सूची में राज्य के 85 लाख राशन कार्डधारी परिवार बाहर थे। जिन्हें अब आयुष्मान योजना के तर्ज पर चिकित्सा सुविधा राज्य सरकार उपलब्ध करवाने जा रही है।
मंगल पांडे ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि साल 2020 और 2021 में कोविड महामारी ने विश्व, देश और बिहार के समक्ष गंभीर चुनौतियां रखीं, लेकिन देश के साथ-साथ बिहार ने भी इन चुनौतियों को अवसर में बदलने का कार्य किया है। 2020 विधानसभा चुनाव, ईद, दशहरा, होली और छठ महापर्व आदि को सफलता पूर्वक संपन्न कराया गया और आज बिहार मॉडल की चर्चा पूरे देश में की जा रही है। बिहार में प्रतिदिन 488 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। राज्य में 122 जगहों पर यह सुविधा बहाल कर दी गई है।