सावन के खत्म होने से पहले ही बिहार में मानसून की सक्रियता कम हो गयी है। बिहार में मॉनसून के कमजोर होने के बाद भी लोगों को गर्मी से राहत मिल रहा है। क्योंकि प्रदेश के कई जिलों में ठंडी और तेज हवाएं चल रही है। जिस कारण जिलों का मौसम खुशनुमा बना हुआ है। राजधानी पटना समेत राज्य के अधिकतर हिस्से में तेज हवा चलने के साथ आंशिक रूप से बादल छाए हुए हैं।
हालांकि, बिहार में बारिश की गतिविधियां बेहद कम और न के बराबर हैं। इस बीच मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों में वज्रपात और मेघगर्जन का अलर्ट जारी किया है। गुरुवार को कई जगहों पर ठनका गिरने की आशंका है। वहीं, कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। बता दें कि बिहार में 10 अगस्त तक 581.2 मिलीमीटर बारिश होनी थी। लेकिन 373.4 मिलीमीटर ही हुई।
आपको बता दें कि सूबे में बरसात की स्थिति तो बनी है लेकिन मॉनसून ट्रफ का साथ न होने से बारिश का सिस्टम अभी पूरी तरह सक्रिय नहीं है। राज्यभर में बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवा का प्रभाव ओडिशा होते बिहार, पश्चिम बंगाल तक बना है। बुधवार, 10 अगस्त को प्रदेश भर के कई जिलों में दिनभर हवा की गति 25-30 किमी प्रतिघंटे बनी रही। और उसी प्रकार गुरुवार को भी राज्यभर में तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से पटना समेत दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य भाग में 11 अगस्त तक मेघ गर्जन और वज्रपात का येलो-अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार को प्रदेश के बांका जिले में 2.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं राजधानी का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री गिरावट के साथ 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।