बिहार में आदमखोर बाघ का कहर अब मौत के तांडव में बदलता जा रहा है। पश्चिमी चंपारण जिले में बीते ढाई महीनों में बाघ के हमले से 5 लोगों की मौत हो चुकी है। ये आदमखोर बाघ लोगों को अपना शिकार बना रहा है। जिसे पकड़ने के लिए प्रसाशन द्वारा कड़ी मश्कत की जा रही है। और अब प्रसाशन की ओर से इस आदमखोर बाघ को गोली मारने का आदेश दे दिया गया है।
नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) ने वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) के इस बाघ को शूट करने की अनुमति दे दी है। वाइल्ड लाइफ वार्डन की ओर से पत्र लिखककर बाघ को गोली मारने का आदेश मांगा गया था। बता दें कि आदमखोर बाघ ने शुक्रवार सुबह ही रामनगर में शौच पर गए एक शख्स को शिकार बना लिया। एक दिन पहले ही उसने घर में सो रही 12 साल की बच्ची को भी मार डाला था।
बता दें कि बीते बुधवार को भी बाघ ने 12 साल की बच्ची को उसके घर में घुस कर उसका शिकार किया था। जिसकी लाश ग्रमीणों को गन्ने की खेत में मिली। बीते दो दिनों में बाघ ने दो लोगों का शिकार किया है जिसमें से एक बच्ची की मौत हो गई है जबकि युवक गंभीर है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Valmiki Tiger Reserve) के अलग अलग इलाकों में इस बाघ के हमले से लोग भयभीत हैं। करीब 25 दिन से स्थानीय लोगों के साथ-साथ विभाग की टीम लगी है, लेकिन खास सफलता हाथ नहीं लग सकी है।
बताया गया है कि करीब 400 लोगों की टीम में 275 लोग स्थानीय हैं। वहीं बाकी विभाग के साथ-साथ कुछ लोगों को बाहर से बुलाया गया है। 25 दिन से जोरशोर टीम लगी है लेकिन बाघ हाथ नहीं आ सका है। बाघ आगे आगे और वन कर्मी पीछे पीछे भाग रहे हैं। स्पेशल ट्रेंकुलाइजर गन से हैदराबाद से आई टीम ने बाघ पर चलाया और बाघ को लगा भी लेकिन वह वन कर्मियों के हाथ से निकल गया।