गुरुवार, 22 सितंबर को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने बिहार समेत देशभर में छापेमारी की है। जुलाई महीने में मिले आतंकी मॉड्यूल मामले को लेकर पूर्णिया स्थित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के प्रदेश स्तरीय कार्यालय में एनआईए की टीम ने छापा मारा है। इसके साथ ही सीमांचल के कई अन्य जिलों में भी एनआईए की टीमों द्वारा छापेमारी की सूचना है।
आपको बता दें कि इस मामले को लेकर बिहार में एनआईए ने तीसरी बार रेड मारी है। पीएफआई टेरर मामले में केंद्रीय एजेंसी पहले भी दो बार अलग-अलग जिलों में छापेमारी कर चुकी है। मिल रही जानकारी के अनुसार एनआईए की टीमें देर रात ही अलग-अलग इलाकों में छापेमारी के लिए पहुंची है। पूर्णिया के पीएफआई दफ्तर में रात 3 बजे से NIA द्वारा तलाशी ली जा रही है।
एनआईए के एसपी के नेतृत्व में दो दर्जन टीमें आतंकी मामले में संदिग्धों की कुंडली खंगाल रही हैं। सीमांचल के कई अन्य जिलों में भी एनआईए की टीमों द्वारा छापेमारी की सूचना है। गुरुवार सुबह एनआईए और ईडी की टीम ने देश के 10 से ज्यादा राज्यों में पीएफआई और एसडीपीआई के ठिकानों पर छापेमारी की।
पीएफआई के प्रदेश और जिला स्तर के नेताओं को टारगेट किया गया है। इस दौरान 100 से ज्यादा लोगों के गिरफ्तारी की खबर है। बिहार के अलावा, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान समेत अन्य राज्यों में छापा पड़ा है। हालांकि, बिहार से अभी तक किसी के गिरफ्तारी की खबर नहीं है।
बता दें कि जुलाई महीने में पटना के फुलवारी शरीफ में स्थित पीएफआई के दफ्तर से आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ था। जहां पटना पुलिस के मुताबिक पीएएफआई के दफ्तर में प्रशिक्षण के नाम पर हथियारों की ट्रेनिंग दी जा रही थी। युवाओं को हिंसा भड़काने के लिए उकसाया जा रहा था।
साथ ही पीएम मोदी के पटना दौरे में भी माहौल बिगाड़ने की साजिश थी। इस दौरान जब्त दस्तावेजों से पीएफआई के भारत को 2047 तक इस्लामिक साजिश का भंडाफोड़ हुआ था। इसके बाद ये केस एनआईए को सौंप दिया गया। ईडी भी आतंकी फंडिंग मामले में जांच कर रही है।