आज की महिलाएं किसी से कम नहीं है। वो आज अपने पिता, पति या अपने भाई के साथ कंधे से कन्धा मिला कर घर के खर्च में हाथ बटाने में अब पीछे नहीं हैं। और कहीं कहीं तो पूरे घर को संभाले हुई हैं। जब आज महिलाएं एयर फोर्स की बड़ी बड़ी विमान चला रही हैं तो फिर सड़क पर रिक्शा क्योंनहीं चला सकती? बिलकुल चला सकती हैं। और उनके रिक्शा या ऑटो चलाने से महिला सवारी खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगी। और इसी कर्म में बिहार की राजधानी पटना में अब महिलाएं भी ई-रिक्शा (E-Rickshaw) चलाती नजर आने वाली है।
वहीं बिहार जहां लड़कियों को घर के चूल्हे-चौके से निकल कर स्कूल-कॉलेज तक पहुँचाया गया है। और अब इसी बिहार की राजधानी पटना में पटना नगर निगम द्वारा महिलाओं को ई-रिक्शा चलने का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके तहत सबसे पहले नूतन राजधानी अंचल की 30 महिलाओं को ई-रिक्शा का विधिवत प्रशिक्षण गर्दनीबाग हाई स्कूल खेल मैदान में दिया गया है।
DAY – NULM योजना की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पहले दिन प्रशिक्षित किया गया। पहले दिन इस कार्यक्रम में नूतन राजधानी अंचल की 30 महिलाओं ने भाग लिया। गौरतलब है कि प्रशिक्षित ड्राइवरों के पास 5 ई-कार्ट उपलब्ध थे, जिससे 30 प्रतिभागियों/महिलाओं को प्रशिक्षत किया गया।
महिलाओं के द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने का कार्य किया जाएगा। अब राजधानी पटना में डोर टू डोर कलेक्शन के दौरान ड्राइवर एवं हेल्पर का कार्य महिलाओं के द्वारा ही किया जाएगा।
पटना नगर निगम इस काम को समय पर पूरा करने के लिए पुरजोर तैयारी में लगा हुआ है। पटना नगर निगम इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर गांधी जयंती से करेगी। इसलिए लगातार महिलाओं को वाहनों के परिचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि 2 अक्टूबर को बिना किसी बाधा के यह परिचालन कार्य शुरू हो सके।