बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों की समस्याओं को सुनने और उसका निवारण करने के लिए जनता दरबार का आयोजन करते हैं। और अब इसी प्रकार जनता की समस्या को सुनने और उसे दूर करने के लिए राजद नेता भी अब जनता दरबार लगाएंगे। लोगों की समस्या को सुनने और उसे दूर करने का ऐसा पहल पहले भाजपा नेताओं द्वारा चलाया जाता था। जिसका नाम ‘भाजपा सहयोग’ के नाम से कार्यक्रम चलाई जाती थी।
भाजपा द्वारा चलाये जाने वाले कार्यक्रम में सरकार में रहते कई मंत्री हर दिन कार्यक्रम में शामिल होते थे। जिसके बाद जेडीयू ने भी लोगों की समस्या को सुनने और दूर करने के लिए कार्यक्रम जनता दरबार की शुरुआत की। और अब बीजेपी और जेडीयू के बाद राजद भी इसी परंपरा में निभाने जा रही है। अब से राजद भी लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए 22 नवंबर से ‘सुनवाई’ नाम से कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है।
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के निर्देश पर राजद में इस कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है। मंगलवार, 22 नवंबर से राजद के ‘सुनवाई’ कार्यक्रम की शुरुआत होगी। जोकि राजद प्रदेश कार्यलय में की जाएगी। यह कार्यक्रम के तहत राजद नेता दोपहर 1 बजे से लेकर 3 बजे तक लोगों की समस्या को सुनेंगे और उसे दूर करेंगे।
इस ‘सुनवाई’ कार्यक्रम पत्र को जारी करते हुए बताया गया है कि जो भी लोग अपनी समस्या को लेकर सुनवाई में पहुंचें वो अपनी समस्याओं को लिखित आवेदन के रूप में लेकर आयें ताकि कार्रवाई की जा सके। 22 नवंबर से राजद कार्यलय में शुरू हो रहे सुनवाई कार्यक्रम में पहले दिन राजस्व और भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री इस्माईल मंसूरी लोगों की समस्याओं को सुनेंगे।
बिहार में जमीन से जुड़े बड़े संख्या में मामले आते रहे हैं, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। वैसे लोग जो जमीन से जुड़े मामलों से परेशान हैं और उनका काम नहीं हो रहा है, वो राजद के सुनवाई कार्यक्रम में मंत्री के सामने अपनी समस्या रख सकते हैं जिसे मंत्री दूर करेंगे।