पिछले 40 दिनों से सुरक्षा कारणों से कारण बंद पड़े बिहार के दूसरे रोपवे को सैलानियों के लिए गुरुवार, 19 मई को फिर से खोल दिया गया। इस रोपवे के शुरू होने की खबर से सैलानियों के खुशी का ठिकाना नहीं है। मंदार पर्वत स्थित रोपवे के प्लेटफार्म में तीर्थयात्री के साथ साथ आम सैलानी पहुँच कर लाइन में लग कर अपने पारी का इंतजार कर रहे हैं।
सुबह 9:30 बजे से मंदार रोपवे को खोला गया। प्रबंधक दीपक कुमार एवं सुरक्षा अधिकारी मनीष तिवारी की उपस्थिति में रोपवे को चालू किया गया जिसमें सहरसा, सुपौल, मधेपुरा सहित अन्य जिलों से तीर्थयात्रियों ने रोपवे का सफर किया। जानकारी हो कि देवघर के त्रिकूट पर्वत पर हुए हादसे के बाद मंदार के रोपवे को 12 अप्रैल से आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था।
रोपवे की सुरक्षा के मद्देनजर अधिकारियों की निगरानी में प्रतिदिन रोपवे का ट्रायल किया जा रहा था। इसके अलावा रेस्क्यू ट्रायल सफलतापूर्वक किया गया। गुरुवार को रोपवे आरंभ होने से पूर्व मॉक ड्रिल किया गया जिसकी सफलता के बाद से आम सैलानियों के लिए रोपवे को चालू किया गया। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार रोपवे के फिर से शुरू होने की जानकारी के आभाव के कारण आज सुबह काफी कम संख्या में सैलानी रोएवे का मज़ा लेने पहुंचे।
दोपहर 1:30 बजे तक करीब 200 की संख्या में लोगों ने रोपवे का सफर पूरा कर लिया। मंदार रोपवे पर प्रतिदिन 500 से 600 की संख्या में सैलानी सफर करते हैं। प्रतिदिन पर्यटन विभाग को यहां से करीब 40000 का राजस्व आता है। यानि महीने का 12-13 लाख का राजस्व सर्कार को जाता है। पिछले डेढ़ माह से रोपवे बंद रहने की वजह से राजस्व की भारी क्षति हो रही थी। साथ ही इसका विपरीत प्रभाव स्थानीय दुकानदारों पर पड़ रहा था।