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बिहार के प्रारंभिक स्कूलों में 94 हजार शिक्षक पदों पर अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों को उनके शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) और सेंट्रल शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) के प्रमाण पत्रों के आधार पर ही नियुक्ति पत्र मिलेगा। इसे लेकर शिक्षा विभाग ने अपना मन बना लिया है। और इस प्रस्ताव पर शिक्षा मंत्री Vijay Kumar Choudhary की मुहर लगते ही सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को TET-CTET की जांच में सही पाए गए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने की तैयारी शुरू कर दी जाएगी।

बता दें कि 25 फरवरी से पहले ही सभी को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। सोमवार को शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि प्रारंभिक शिक्षकों के 90,762 पदों के विरुद्ध जितने अभ्यर्थी चयनित हुए हैं उनमें 95 प्रतिशत अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्रों की जांच पूरी हो गई है। शेष बचे पांच प्रतिशत प्रमाण पत्रों की जांच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) को शीघ्र पूरा करने को कहा गया है।

बता दे कि, इससे पहले शिक्षा विभाग के स्तर से चयनित अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता परीक्षा एवं प्रशिक्षण संबंधी प्रमाण पत्रों की चल रही जांच की प्रगति की समीक्षा की गयी। इसमें शिक्षा सचिव असंगबा चुबा आओ और प्राथमिक शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश शामिल हुए।

बिहार शिक्षा मंत्री ने बताया कि समीक्षा में यह बात सामने आई है कि चयनित अभ्यर्थियों के शिक्षण प्रशिक्षण से संबंधित प्रमाण पत्रों की जांच में अपेक्षित तेजी नहीं आ सकी है। इसका कारण भी यह स्पष्ट हुआ कि चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण संबंधी प्रमाण पत्रों से जुड़े संस्थान देश भर से हैं। इनमें बिहार के अतिरिक्त केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, बंगाल, असम, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड और उड़ीसा समेत अन्य राज्यों के शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों से जुड़े प्रमाण पत्र शामिल हैं।

ये बात भी सामने आई कि TET-CTET प्रमाण पत्रों की जांच प्राय: पूरी हो चुकी है। प्रशिक्षण प्रमाण पत्र की जांच संतोषजनक नहीं है। सरकार और शिक्षा विभाग अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र समय पर देने को प्रतिबद्ध है। इसलिए TET-CTET के आधार पर नियुक्ति पत्र देने पर विचार चल रहा है, जिसपर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा। नियुक्ति पत्र बांटने की तारीख भी शीघ्र तय करेंगे।

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