scam in bihar
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सृजन महिला विकास सहयोग समिति की सचिव मनोरमा देवी के सबसे करीबी व भाजपा नेता विपिन शर्मा को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद से यह उम्मीद लगाईं जा रही है कि इस मुद्दे के कई पहलु अब सामने आ सकेंगे। उसे मंगलवार को पीएमएलए कोर्ट में विशेष न्यायाधीश सह जिला जज सुनील दत्त मिश्रा की अदालत में पेश भी किया गया। जहां से फिलहाल उसे न्यायिक हिरासत में फुलवारी जेल भेज दिया गया है।

जानकारी के अनुसार, विपिन कुमार तिलकामांझी क्षेत्र थाने का रहने वाला था। जो की सृजन महिला विकास समिति, जिला कल्याण पदाधिकारी, कोषागार पदाधिकारी एवं भूअर्जन पदाधिकारी के बिच लाइनर का काम किया करता था। विपिन शर्मा के खिलाफ सृजन घोटाले के अंतर्गत नौ मामले दर्ज़ किए गए है। जिसमें विशेष रूप से विपिन शर्मा पर प्रशासनिक अधिकारियों और सृजन महिला विकास सहयोग समिति के कर्मचारियों के बीच मध्यस्थता कर करोड़ों रुपए के गबन में मुख्य भूमिका निभाने का आरोप है। सीबीआई ने अब तक इन मामलों में चार्जशीट कर चुकी है। दूसरी ओर इडी (ED-Directorate of Enforcement) इस मामले पर पिछले 3 साल से जांच कर रही है।

क्या है सृजन घोटाला ?

बिहार के भागलपुर जिले के सुबेर में गरीब और नि:सहाय महिलाओं के उत्थान के लिए सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड की शुरुआत की गई थी। लेकिन इसके आड़ में घोटाले पर घोटाले होती रह रही थी। विभिन्न थानों में दर्ज प्राथमिकी से साफ पता चला है, कि सबसे पहले जिला प्रशासन की नजारत शाखा से घोटाले की शुरुआत हुई थी। जिसमे 16 दिसंबर, 2003 से लेकर 31 जुलाई, 2017 तक नजारत के खजाने से पैसे की अवैध निकासी होती रही थी। इसके बाद जिला पार्षद, फिर सहरसा, भागलपुर और बांका भूअर्जन कार्यालय, कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग के साथ ही कई अन्य विभागों के खातों से भी अवैध रूप से मोटी रकम की निकासी होती रह रही थी।

अब तक के जांच में यह बात सामने आई है कि सृजन घोटाले की किंगपिन स्व मनोरमा देवी और उनके बेटे अमित कुमार से विपिन शर्मा के काफ़ी गहरे रिश्ते थे। इसके अलावा यह खबर भी मिली है कि बिहार के भागलपुर क्षेत्र में बिपिन और उसकी पत्नी रूबी कुमार के नाम एक जीटीएम मॉल के 7 दूकान रजिस्टर्ड है। जिसका भुक्तान भी सृजन महिला विकास समिति के खाते से ही किया गया है। आपको बता दें कि विपिन के साथ उनकी पत्नी रूबी भी सृजन घोटाले के एक मामले में कारागार के पीछे है।