cbse result 2021
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आख़िरकार दसवीं के परिणाम जारी कर दिए है। 3 अगस्त को सुबह 12 बजे से पहले ही सीबीएसई ने अपने ट्विटर हैंडल पर आधिकारिक तौर से परिणाम की घोसना की थी। बता दें कि इस बार कोरोना महामारी के चलते 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई थी जिसके बाद मार्किंग फार्मूला – इंटरनल असेसमेंट स्कीम के आधार पर बच्चो के रिजल्ट बनाए गए थे। इसी के साथ कुछ दिन पहले ही सीबीएसई 12वीं के भी नतीजे निकाले गए थे और कोरोना महामारी में 12वीं की भी परीक्षाएं रद्द हो गए थे।

इस बार भी 10वीं के नतीजे में लड़कियों का बोलबाला देखने को मिला है। इस साल सीबीएसई में 99.24 प्रतिशत लड़कियां पास हुईं है और लड़को के पासिंग दर भी 98.89 प्रतिशत रहा। देश भर में कुल 57,824 छात्रों ने 95% से ज़्यादा अंक हासिल किये है वहीं 2 लाख से ज़्यादा छात्रों ने 90% से अधिक स्कोर किए है। देश भर में केंद्रीय विद्यालय के 100% और नवोदय विद्यालय के 99.99% छात्रों ने सीबीएसई परीक्षा को पास कर ली है। आपको बता दें की इस बार सबसे ज़्यादा पासिंग छात्रों वाले देश के टॉप 10 शहरो मे बिहार भी शामिल है।

गौरतलब है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल पटना के पासिंग परसेंट काफी बेहतर रही है कुल 99.66 प्रतिशत छात्र-छात्राएं इस साल पास हुए हैं। पिछले कुछ सालो की रिकॉर्ड को बद्देनज़र रख अगर बात करें तो सबसे अधिक बच्चे इस साल पास हुए हैं। पटना रीजन में बिहार-झारखंड के स्कूल आते है जिसने देखा जाये तो लगभग हर स्कूल में इस बार कई बच्चो ने 95 प्रतिशत से ज़्यादा स्कोर किया है। इससे पहले बिहार के स्कूलों ने 99 फीसदी का आकड़ा पार नहीं किया था लेकिन इस बार वह रिकॉर्ड भी बन गया है।

हमेशा की तरह इस साल भी डीएवी पब्लिक स्कूल बीएसईबी कॉलोनी का परिणाम अव्वल दर्ज़ा का रहा, जिसमे निशि और भव्या को 98.8 प्रतिशत अंक आये और दोनों ने ही स्कूल में पहला दर्ज़ा हासिल किया है। वहीं संत माईकल से केवल एक छात्र असफल रहा बाकि सबने उत्तीर्णिता हासिल की है। यहाँ के केतन कुमार 99.2 प्रतिशत लाकर स्कूल में टॉप किया है। फिर पटना सेंट्रल से 99.60 प्रतिशत लाकर गौरव राज और कृष्णा निकेतन से 97 प्रतिशत लाकर सुरभि सुमन अव्वल रहीं। यानी की समग्र रूप से बिहार के स्कूलों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।

कुछ छात्र छात्राएं अपने अंक से काफी खुश पाएं गए तो वहीं कुछ के चेहरे पर निराशा भी देखने को मिली। बिना परीक्षा दिए किसी को अप्रत्याशित अंक मिले है तो कुछ को उम्मीद से कम। मिश्रित भावनाओ से भरा इस साल का परिणाम देखने को मिला, मगर इस परिणाम के साथ इस सत्र के छात्रों का भविष्य कैसा होगा वह देखने वाला रहेगा।