बिहार के बख्तियारपुर जिले में बने श्री वेंकटेश नाथ ठाकुरबाड़ी मंदिर का चल रहा विवाद थामने का नाम नहीं ले रहा। बाढ़ अनुमंडल के वेंकटेश मंदिर की संपत्ति और जमीन पर दावे को लेकर बात अब और भी ज्यादा बढ़ गई है मंदिर के पुजारी और सचिव में विवाद से मंदिर में हो रहे विकास कार्य में भी अब रुकावट आ रही है।
आप बता दें कि पिछले साल यानी कि 30 नवंबर 2020 में ही बख्तियारपुर आवास के पीछे बने इस ठाकुरबाड़ी मंदिर का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी। मगर उद्घाटन होते ही वहां के पंडित और सचिव के बीच मंदिर के मालिकाना हक जमीन के दावे को लेकर वाद विवाद होनी शुरू हो गई थी। मंदिर के पुजारी का कहना है कि सचिव ने मंदिर के अतिथि गृह को अपने नाम रजिस्टर्ड करवा लिया है। इतना ही नही बल्की पुजारी का कहना है कि 1997 से वह इस मंदिर की सेवा करते आ रहे है। और वह धार्मिक न्यास पार्षद के बनाए 10 सदस्यों की टीम और अध्यक्ष अनुमंडलाधिकारी को भी मानने को तैयार नहीं। मंदिर के उपाध्यक्ष और सचिव के लड़ाई कि हालत अब ऐसी हो गई है कि मामले को थाना तक ले जाना पड़ गया है।
इस भव्य मंदिर के बढ़ते मामले में 3 महीने बाद एसडीएम की अध्यक्षता में कोर्ट की सुनवाई रखी गई है। बात अब जब कोर्ट-कचहरी तक पहुंच गई है तो अब इंतजार बिहार हाई कोर्ट के निर्णय का है। वहीं दूसरी ओर बिहार राज्य धार्मिक न्यास पार्षद द्वारा अब तक कोई गुप्ता फैसला नहीं आया है जिसके इंतजार में लोग अभी तक बैठे हैं। इस बीच बख्तियारपुर के रहने वाले श्रद्धालुओं को पूजा पाठ और कीर्तन ना करने का आदेश मिला है। ऐसे में सभी को परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा।