बिहार के सभी गांवों में घर-घर जाकर दो करोड़ पशुओं, खासकर गाय और भैंसों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए छह सितंबर से पांच अक्टूबर तक अभियान चलेगा। इन पशुओं को गलघोंटू और लंगड़ी बुखार से बचाने के लिए एचएस और बीक्यू का टीका नि:शुल्क लगाया जाएगा। इसको लेकर पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने सभी जिलों और प्रखंडों के लिए नोडल पदाधिकारी बनाने का निर्देश क्षेत्रीय निदेशकों को दिया है।
विभाग ने कहा है कि पशु चिकित्सक को ही नोडल पदाधिकारी बनाना है, जो जिला पशुपालन पदाधिकारी से मिलकर अभियान की सफलता सुनिश्चित करेंगे। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार छह माह से ऊपर के पशुओं को यह टीका लगाया जाएगा। इसको लेकर 19 करोड़ की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी है। पशु चिकित्सक बताते हैं कि गलघोंटू और लंगड़ी बुखार की बीमारी मुख्य रूप से गाय-भैंसों को ही होती है।
गलघोंटू पशुओं के लिए घातक होती है, इससे पशुओं की मौत भी हो सकती है। टीका लगने के बाद पशुओं को उक्त बीमारी से काफी राहत मिलती है, जिससे जान-माल की रक्षा होती है। पशुपालकों को नुकसान होने से बचाव होता है। हर पशु के टीकाकरण पर कर्मियों को राशि दी जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार राज्यभर में ऐसे करीब आठ हजार से अधिक टीका कर्मी तैयार किए गए हैं। टीका देने का समय सुबह आठ से शाम चार बजे तक रखा गया है।