शुक्रवार, 21 अक्टूबर की सुबह से ही पूर्णिया नगर निगम के कनिय अभियंता के ठिकानों पर विजिलेंस टीम की रेड पड़ी थी। पूर्णिया आवास के आलावा सहरसा और पटना के ठिकानों पर भी टीम की छापेमारी चल रही थी। पूर्णिया नगर निगम के जूनियर इंजीनियर शिव शंकर सिंह के खिलाफ हुई इस कार्रवाई में विजिलेंस की टीम को शिव शंकर कुमार के धनकुबेर होने का पता चला।
इस दौरान टीम ने पूर्णिया, सहरसा और पटना स्थित आवास में छापेमारी की। जहां उनकी अकूत संपत्ति सामने आई। पूर्णिया में निगरानी के डीएसपी विकास श्रीवास्तव ने बताया कि सिर्फ पूर्णिया स्थित उनके आवास से करीब 2 लाख रूपये नगद, डेढ़ सौ ग्राम जेवरात, बैंक के दो लॉकर, अलग-अलग बैंकों के 10 पासबुक और पोस्ट ऑफिस में भारी इन्वेस्टमेंट के कागजात मिले हैं।
इसके अलावा शहर के ऊफ्रेल चौक स्थित बायपास में करोड़ो रूपये मूल्य का गोदाम का कागजात भी मिला है। अभी तक इनके दो बैंक लॉकर सामने आए हैं, जिसमें एक को खोल कर जांच की गई तो उस लॉकर से जेवरात मिले हैं। उसका आंकलन किया जा रहा है। करीब 25 लाख के इन्वेस्टमेंट का पेपर भी मिला है। निगरानी डीएसपी विकास श्रीवास्तव ने कहा कि आय से एक करोड़ 21 लाख रुपये अधिक की संपत्ति के मामले में निगरानी थाना में कांड संख्या 54/ 2022 दर्ज हुआ था।
इसके बाद 14 सदस्य टीम पूर्णिया पहुंची जहां निगरानी डीएसपी अरुण पासवान के नेतृत्व में छापेमारी की जा रही है। पूर्णिया के अलावा सहरसा स्थित आवास पर भी जमीन के कई कागजात और बैंक पासबुक मिले हैं, वहीं पटना में भी इनका आवास है। उन जगहों पर भी छापामारी की जा रही है। सबका कैलकुलेशन कर आगे बताया जाएगा। गौरतलब है कि जेई शिव शंकर सिंह पिछले 25 सालों से पूर्णिया नगर निगम में पदस्थापित हैं। फिलहाल निगरानी टीम कि जांच जारी है। देखना है कि और क्या-क्या खुलासा हो पाते हैं।