ELECTION COMISSION
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भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने कहा है कि राजनीतिक दलों को 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनावों के बाद मतगणना के दौरान पारदर्शिता बनाए रखने के लिए डाक मतपत्रों के लिए बनाई जा रही मतगणना तालिकाओं की संख्या के बारे में सूचित किया जाएगा। बिहार की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी (बिहार) एच आर श्रीनिवास ने कहा कि हर राउंड के बाद मतगणना किए गए डाक मतपत्रों के परिणाम लिखित में चुनावी एजेंटों को दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके एजेंट डाक मतपत्रों की गिनती के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में दर्ज वोटों की गिनती के दौरान उपस्थित रहने के लिए समय पर मतगणना हॉल में पहुंचें। 80 साल से अधिक उम्र के विकलांग और सर्विस वोटर के पोस्टल बैलेट की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी जबकि ईवीएम की गिनती सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू होगी।

विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद डाक मतपत्रों की गिनती में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। श्रीनिवास ने कहा कि महामारी को देखते हुए प्रत्येक बूथ पर अधिकतम 1,200 मतदाताओं को मतदान करने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर संख्या 1,200 से अधिक है, वहां सहायक बूथ स्थापित किए जाएंगे। हमने राजनीतिक दलों से महिला मतदाताओं के लिए सहायक बूथों पर महिला मतदान एजेंटों को तैनात करने का भी अनुरोध किया है। चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार के दौरान और महामारी को देखते हुए परिणामों की घोषणा के बाद प्रक्रियाओं और रोड शो पर प्रतिबंध लगा दिया है।