झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) में विश्वास मत हासिल किया और गृहयुद्ध का माहौल बनाने और चुनाव जीतने के लिए दंगे भड़काने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की खिंचाई की। विपक्षी भाजपा द्वारा पैदा की गई राजनीतिक अनिश्चितता के बीच सोरेन ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। विश्वास मत के लिए वोटिंग हुई और सरकार के पक्ष में 48 वोट पड़े।
राज्य सरकार के सामने बाधाओं को पेश किए जाने का जिक्र करते हुए सोरेन ने विधानसभा में कहा, “जिस तरह से हमारी सरकार के सामने बाधाएं पेश की जा रही हैं। हमारे तीन विधायक बंगाल में हैं। बंगाल में अवैध शिकार (विधायकों की) की जिम्मेदारी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर है। वे इसकी जांच के लिए उन राज्यों में जाने वाली पुलिस के साथ सहयोग नहीं करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “जब तक राज्य में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की सरकार है, तब तक भाजपा की साजिश सफल नहीं होगी। वे एक ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं जहां दो राज्य एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हों। वे गृहयुद्ध का माहौल बनाना चाहते हैं और चुनाव जीतने के लिए दंगे भड़काना चाहते हैं। जब तक यहां यूपीए सरकार है, ऐसे भूखंड नहीं टिकेंगे। आपको करारा राजनीतिक जवाब मिलेगा।”
बता दें की, झारखंड में एक राजनीतिक संकट पैदा हो गया जब भाजपा ने एक याचिका में लाभ के पद के मामले में सोरेन को विधानसभा से अयोग्य घोषित करने की मांग की। भाजपा ने सोरेन को एक विधायक के रूप में अयोग्य घोषित करने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने 2021 में राज्य खनन विभाग के दौरान खुद को खनन पट्टा आवंटित किया था।