बिहार में अपनी खोई हुई सियासी ज़मीन तलाश रही जदयू में इन दिनों विचार विमर्श का दौर चल रहा है। इसी कड़ी में जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक आज और कल पटना में होनी है। इस बैठक में सीएम नितीश और पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह की मुलाकात संभव है। बैठक में बिहार में चल रहे मौजूदा राजनितिक समीकरण और जातिगत जनगर्णा का मुद्दा छाए रहने की उम्मीद है। बैठक में सबसे पहले सीएम नितीश कुमार का सम्बोधन होगा। इसके बाद पार्टी के संविधान में संशोधन पर मुहर लगेगी। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह की अध्यक्षता में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारयों की बैठक आज होनी है। इसमें जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी शामिल होंगे।
बीते दिनों सीएम नितीश कुमार समेत बिहार के कई अन्य नेताओं के प्रतिनिधिमंडल जातिगत जनगर्णा के मुद्दे पर दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा करने गया था। बहुत हद तक संभव है की सीएम नितीश अपने सम्बोधन में इस मुद्दे पर भी चर्चा करें। बैठक में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर प्रस्ताव भी लाने की तैयारी है जिसमे मुख्य बिंदु यह रहेंगे की महिला अगर पढ़ी लिखी है तो स्वतः प्रजनन दर नियंत्रण में आ जायेगी। कानून का उलंघन करने वालों के लिए जदयू किसी दंड के पक्ष में नहीं है। बैठक में जदयू के संविधान में संशोधन पर भी मुहर लगेगी जिसमे ये व्यवस्था होगी की जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वतः संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष को कोई भी बड़ी ज़िम्मेदारी दे सकता है।
ख़ैर राजनितिक पार्टियों के बीच में विचार विमर्श तो अक्सर चलता है लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा की बैठक के दौरान जदयू में माहौल कैसा होता है। बीते दिनों जदयू में टकराव की कई खबरे सामने आई। चाहे वो ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच का पोस्टर वॉर हो या फिर उपेंद्र कुशवाहा को भावी सीएम बताने वाली बात। यह कुछ ऐसी दरारे हैं हैं जो जदयू में इन दिनों खुल कर सामने आई हैं। बहुत संभव है बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा हो। इस घटनाक्रम के बाद यह पहला मौका है की जदयू के सारे दिग्गज एक मंच पर होंगे। देखना दिलचस्प होगा की बैठक का निष्कर्ष क्या निकलता है।