बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने एक बार फिर शराबबंदी को लेकर बयान दिया है। उन्होंने नीतीश सरकार (Nitish Government) को सुझाव देते हुए कहा की शराबबंदी अच्छी है लेकिन फिर से इसकी समीक्षा की जरूरत है। इसे सही से लागू की जाए। उन्होंने कहा की, जो क्वार्टर (पौआ) पीते हैं उन्हें नहीं पकड़ना चाहिए।
हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख मांझी ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने शराबबंदी पर खुलकर अपने विचार रखे। मांझी ने कहा कि वे शराबबंदी के पक्ष में हैं लेकिन जहां तक इसको अमल में लाने का सवाल है तो उसमें गड़बड़ियां हो रही हैं। बड़े और तस्कर लोग बच जा रहे हैं। वो मालामाल हो रहे हैं। वहीं, गरीब लोग जेल जा रहे हैं। जेलों में 70 फीसदी लोग ऐसे बंद हैं, जो सिर्फ आधा लीटर या ढाई सौ ग्राम शराब पीते हुए पकड़े गए। यह ठीक नहीं है। जो लोग सवा सौ या ढाई सौ ग्राम (एक क्वार्टर) शराब पीते हैं, उन्हें नहीं पकड़ना चाहिए। बिहार हो या गुजरात, हालात एक जैसे हैं।
बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने दो दिन पहले शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शराबियों को पकड़ने के बजाय शराब तस्करों और बेचने वालों पर नकेल कसें। सीएम ने अधिकारियों को शराबबंदी को सख्ती से लागू करने, आपूर्ति मार्गों पर नकेल कसने का निर्देश दिया है।