उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार का 100 दिन का एजेंडा तैयार हो गया है। इस एजेंडे के तहत जिम्मेदारों को ऐसे-ऐसे टास्क दिए गए हैं, जिसका न सिर्फ जनता से सीधा वास्ता है बल्कि नौकरी से लेकर सुरक्षा और समाधान से लेकर कानून व्यवस्था तक का पुख्ता इंतजामात करने का पूरा मसौदा तैयार कर लिया है। साथ ही योगी कैबिनेट 2.0 के मंत्रियों के विभागों (Yogi Cabinet Portfolios) का बंटवारा हो गया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) को ग्राम विकास, तो दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) को चिकित्सा विभाग मिला है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने पास नियुक्ति, कार्मिक, गृह, सतर्कता, आवास एवं शहरी नियोजन, राजस्व, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि, प्रशासन, भूतत्व एवं खनिकर्म, अर्थ एंव संख्या राज्य कर एवं निबंधन, गोपन, सूचना, निर्वाचन, संस्थागत वित्त, नियोजन, राज्य संपत्ति, यूपी पुनर्गठन समन्वय, अवस्थापना, भाषा, अभाव सहायता एवं पुनर्वास, लोक सेभा प्रबंधन, किराया नियंत्रण, प्रोटोकॉल, सैनिक कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल, नागरिक उड्डयन और न्याय एवं विधायी विभाग रखे हैं।
कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को जल शक्ति, अरविंद कुमार शर्मा को नगर विकास और जतिन प्रसाद को पीडब्ल्यूडी मंत्रालय दिया गया है।
सुरेश कुमार खन्ना को वित्त एंव संसदीय कार्य, सूर्य प्रताप शाही को कृषि, जयवीर सिंह को पर्यटन एवं संस्कृति, लक्ष्मी नारायण चौधरी को गन्ना विकास, धरमपाल सिंह को पशुधन और दुग्ध विकास और योगी सरकार की दलित चेहरा बेबी रानी मौर्या को महिला कल्याण मंत्रालय दिया गया है।
इसके अलावा नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ को औद्योगिक विकास, भूपेंद्र सिंह चौधरी को पंचायती राज, अनिल राजभर को श्रम एंव सेवायोजन, राकेश सचान को सूक्ष्म, लघु एंव मध्यम उद्यम, योगेंद्र उपाध्यय को उच्च शिक्षा, आशीष पटेल को प्राविधिक शिक्षा और संजय निषाद को मत्स्य विभाग दिया गया है।