बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में आदमखोर बाघ मौत का तांडव कर रहा है। पिछले 3 दिनों में आदमखोर बाघ 4 लोगों को अपना शिकार बनाया है। जी हां, इस बाघ ने फिर से दो लोगों को अपना शिकार बना लिया है। मिल रही जानकारी के अनुसार गोवर्धन थाना इलाके के बलुआ गांव में बाघ के हमले में मां और बेटे दोनों की मौत हो गई है। जिसके बाद आक्रोशित ग्रमीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों को ही बंधक बना लिया है।
इधर प्रशासन की ओर से इस बाघ को जान से मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जिसके लिए बिहार एसटीएफ (STF) टीम की तैनाती भी की गई है। बता दें कि एक दिन पहले ही नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) ने बाघ को शूट करने के आदेश जारी किया है और आदेश जारी होने के दूसरे ही दिन बाघ ने माँ-बेटे का शिकार कर लिए है।
शनिवार, 8 अक्टूबर को बिहार के बगहा के गोवर्धन थाना इलाके के बलुआ में आदमखोर बाघ ने मां-बेटे का शिकार किया है। शिकार हुई महिला का नाम बबिता देवी बताया जा रहा है। जब वे सुबह में घास काटने खेत की ओर गई थी। और उस वक्त महिला के साथ उसका बेटा भी था। बाघ ने दोनों पर ही हमला किया और फिर दोनों को मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीणों को माँ बेटे का शव मिल गया है।
गन्ने के खेत में टाइगर के छिपे होने की आशंका है। ग्रामीण गन्ने के खेत को घेरकर बाघ की खोजबीन कर रहे हैं। उधर इस घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तो टीम को गुस्से में भरे ग्रामीणों का गुस्सा झेलना पड़ा। लोगों ने वनकर्मियों को बंधक बना लिया है। वहीं, ये भी खबर आ रही है कि शनिवार को हमला करने वाला एक नहीं बल्कि तीन बाघ थे। वीटीआर से सटे इलाकों में बीते ढाई महीने में 7 लोगों की बाघ के हमले में मौत हो चुकी है। इस साल अब तक करीब 10 जानें जा चुकी हैं।