करीबन 2 साल के बाद देश के सभी स्कूल-कॉलेजों की ऑफलाइन क्लास एक बार फिर से शुरु करवाई गई है। जहां सभी राज्यों के सीबीएसई व राज्य माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबंधित सभी सरकारी व निजी स्कूलों के एक से पांचवीं की कक्षाओं को दुबारा शुरू कराया गया है। लेकिन अभी भी कई स्कूलों में माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कटरा रहें हैं। ऐसे में प्राथमिक कक्षाओं में बच्चो की उपस्थिति काम दिख रही, जबकि कक्षाओं को दुबारा शुरु हुए काफ़ी दिन भी हो गए हैं।
कोरोना महामारी की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद स्कूलों की घंटी एक बार फिर से बजी है, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से नज़र अंदाज़ नहीं किया जा सकता है। ऐसे में अनलॉक-7 के तहत जब राज्य के सभी शिक्षण संस्थान, दुकानो, प्रतिष्ठानों, सार्वजिन स्थलो से लेकर कोचिंग क्लास और स्कूलो को सामान्य रूप से खोलने की अनुमति मिल गई हैं। और साथ ही पटना के जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने भी सुचना जारी कर दिया है कि राज्य के सभी शिक्षक संस्थानों को साधारण ढंग से चलया जाए। ऐसे में हालात कभी भी बदल सकते है जिसे मद्देनज़र रख शिक्षा विभाग द्वारा सभी स्कूल और कॉलेजों को अपने छात्रों के लिए विकल्प रखने को कहा गया है। अब ख़ास कर के छोटे बच्चों स्कूलों को ऑफलाइन के साथ ही साथ ऑनलाइन पढ़ाई की भी व्यवस्था का विकल्प रखना होगा।
अब स्कूलों को ऑफलाइन-ऑनलाइन क्लास के लिए तो तैयार रहना ही होगा। लेकिन इसके अलावा कोरोना संक्रमण के मामले को भी नियंत्रण में रखने एवं बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए गृह विभाग ने अपने कुछ आदेश जारी किए है। विभाग के आदेशों का पालन कराने के लिए जिला स्तर पर शिक्षण संस्थान, दुकान एवं प्रतिष्ठानों को मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, काउंटरों पर सेनेटाइजर की व्यवस्था रखने आदि के लिए कहा गया है। वहीं सभी शिक्षक संस्थानों में भी केवल टीका ले चुके व्यक्ति को ही प्रवेश करने की अनुमति देनी होगी। साथ ही विवाह, मेला, सिनेमा हॉल और सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर पहले की तरह ही निर्देश जारी रहेंगे।