पटना जिले में वायरल बुखार का कहर बढ़ता जा रहा है। लगातार मरीज़ो की संख्या में इज़ाफे को देखते हुए बिहार सरकार पल्स पोलियो की ही तरह अब घर-घर गली -गली सर्वे करेगी और टीबी रोगी और बुखार के मरीज़ो की पहचान की जाएगी। सर्वे के दौरान वैसे मरीज़ो की सूचि तैयार की जाएगी जो की कोरोना टीकाकरण के साथ साथ नियमित टीकाकरण से अभी तक वंचित रहे हैं।
पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि कोविड मौसमी बीमारी के प्रति सतर्कता का स्तर बढ़ाना होगा. लक्षण वाले मरीजों को ढूंढ़ा जाये और उनकी जांच करायी जाये. सर्वे के दौरान लोगों को कोविड के प्रति जागरूक किया जायेगा. लोगों को मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू जैसी बीमारियों के लक्षण आदि के बारे में जागरूक किया जायेगा.
राज्य में पटना के साथ साथ अन्य पांच जिलों में कुल आठ मरीज़ पाए गए हैं। और इसके साथ ही अब एक्टिव केस बिहार में ६४ हो गया है। बिहार में कोरोना रिकवरी रेट की दर 98. 66%है। सबसे अधिक केस ३ की संख्या बिहार के सैम,समस्तीपुर जिले से हैं। वहीं पटना जिले में दो, रोहतास में एक, शेखपुरा और पश्चिम चंपारण में एक-एक नये मामले पाये गये. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में कुल एक लाख 58 हजार 698 सैंपल की जांच की गयी.