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बिहार में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने के विरोध करने पर अब आपके घर की बिजली कट जायेगी। इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई बोर्ड में नियम है कि उपभोक्ता द्वारा यदि बिजली के काम में बाधा पहुंचायी जाती है तो उनका बिजली कनेक्शन काटा जा सकता है।

इस संबंध में भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय ने आदेश जारी किया है। इसमें तीन स्पष्ट आदेश हैं जिसके तहत :

  • स्मार्ट मीटर हर घर में लगाना अनिवार्य किया गया है। उसके लिए बिजली कंपनी को किसी की सहमति की जरूरत नहीं होगी।
  • स्मार्ट मीटर प्रीपेड है, इसलिए पैसा समाप्त होने पर स्वत: बिजली कट जाएगी। उपभोक्ताओं को इसके लिए बिजली कंपनी को नोटिस देने की भी आवश्यकता नहीं है। उपभोक्ताओं को इसके लिए स्वयं जागरूक होना होगा कि मीटर का पैसा समाप्त नहीं हो।
  • बिजली कंपनी को पुराने मीटर बदलने के लिए भी उपभोक्ताओं से सहमति लेने की आवश्यकता नहीं है।

इस आदेश के बाद यह स्पष्ट हो गया कि हर घर में अब स्मार्ट मीटर ही लगेंगे। स्मार्ट मीटर लगाने के पीछे बिजली चोरी को रोकना और राजस्व घाटे से निजात पाना उद्देश्य है।

बिजली कंपनी ने मार्च 2025 तक राज्यभर में उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से लैस करने का लक्ष्य रखा है। पटना में मार्च 2021 तक का लक्ष्य है। उसके तहत पटना में एक लाख 70 हजार मीटर लगाए गए हैं। राज्यभर में पटना को मिलाकर साढ़े तीन लाख मीटर लगे हैं। राज्यभर में एक करोड़ 70 लाख उपभोक्ता हैं।